Tisri: गडकुरा पंचायत में मनरेगा योजना बना लुट का योजना, रातों रात जेसीबी मशीन के माध्यम से किया जा रहा डोभा का निर्माण; मुखिया और पत्रकारों के पहुंचते ही जेसीबी लेकर भाग उड़े ठेकेदार



गिरिडीह

जिले के तिसरी प्रखंड स्थित गडकुरा पंचायत में इन दिनों मनरेगा योजना लुट का योजना बन कर रह गया है। इतना ही नहीं उक्त योजना में मुखिया, रोजगार सेवक, ठेकदार सहित विभाग के अन्य कर्मी भी खुली हाथों से लूट रहे हैं। आपको बता दें उक्त पंचायत में मनरेगा के तहत बनने वाली डोभा, तालाब आदि रात के अंधेरे में जेसीबी मशीन के माध्यम से बनाई जा रही है। और हैरानी की बात तो यह है कि मुखिया के सामने निर्माण किए जा रहे योजना को देख कर भी मुखिया इस पर रोक लगाने की जगह साठ गांठ करने में प्रयासरत है। वहीं मनरेगा बीपीओ भी इस बारे में बात करने से बचते नजर आ रहे हैं।

आपको बता दें ताजा मामला गडकुरा पंचायत के भुराई गांव का है जहां स्थित शिव मंदिर से लगभग 250 मीटर की दूरी पर खेत में गुरुवार की देर रात जेसीबी से निर्माण कार्य किया जा रहा था। इसी बीच सूचना मिलने पर कुछ स्थानीय मीडियाकर्मी उक्त स्थल पर मुखिया के साथ पहुंचे, जहां मीडियाकर्मियों को आता देख वहां मौजूद लोग जेसीबी मशीन को लेकर भाग गए। पूरे मामले की जब जानकारी लेने अगले सुबह मीडिया कर्मी उक्त स्थल पर पहुंचे तो वहां उन्हें एक अर्धनिर्मित डोभा नजर आया, जो बिना बोर्ड का था। उक्त योजना के आस पास साक्ष्य मिटाने के लिए जेसीबी के निशान मिटा दिए गए थे।


बताते चलें कि इस संबंध में जब वहां के मुखिया इब्राहिम अंसारी से बात किया गया तो उन्होंने कहा कि वर्तमान में नए योजना का स्वीकृति नहीं दिया गया है पुराने योजना में जेसीबी का प्रयोग किया गया है। वहीं उन्होंने जेसीबी से डोभा निर्माण करवाने वाले ठेकेदार का नाम कासिम बताया। साथ ही उन्होंने कहा कि जेसीबी मशीन मुकेश पंडित का था।

वहीं इस संबंध में जब तिसरी के मनरेगा बीपीओ परमेंद्र राय से फोन के माध्यम से बात किया और मामले की जानकारी लेने की कोशिश की गई तो उन्होंने मामला सुनते ही कॉल काट दिया। इसके बाद दुबारा उनसे सम्पर्क किया गया तो उन्होंने कॉल का कोई जवाब नहीं दिया। इससे साफ तौर पर अंदाजा लगाया जा सकता है कि उक्त लुट के खेल में मुखिया से लेकर अधिकारी तक सभी एक साथ हैं।

इधर मामले को लेकर मनरेगा लोकपाल तमन्ना प्रवीण ने कहा कि अगर जेसीबी मशीन से मनरेगा योजना में कहीं काम किया जा रहा है तो यह पूर्णतः गलत है। बे पूरे मामले की जांच करेंगी।