भागलपुर, बिहार
रिपोर्ट : बालमुकुंद कुमार
चांद पर हमारा तिरंगा लहरा रहा है चंद्रयान-3 ने चांद के साउथ पोल पर सफलतापूर्वक लैंडिंग की 2019 में चंद्रयान-2 की चंद्रमा की सतह पर हार्ड लैंडिंग हुई थी। इसके बाद से चंद्रयान-3 पर काम शुरू हो गया था। इस पर हमारे देश के वैज्ञानिकों ने काफी मेहनत की थी। इन्हीं वैज्ञानिकों में शामिल है अक्षय नारायण, जो मूल रूप से भागलपुर के रहने वाले हैं।
अक्षय नारायण चंद्रयान-2 और उसके बाद चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर बनाने वाले वैज्ञानिकों के टीम में शामिल रहा है। इसरो के वरीय वैज्ञानिक अक्षय नारायण के पिता राम नारायण चौधरी दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक में मुख्य प्रबंधक के रूप में कार्यरत है। चंद्रयान 3 की सफलता से वैज्ञानिक अक्षय नारायण का पूरा परिवार काफी उत्साहित हैं। इसी क्रम में आज भाजपा के मनीष यादव ने उनके माता-पिता को अंग वस्त्र और बुके देकर सम्मानित किया है।
बता दे की भागलपुर के लाल वैज्ञानिक अक्षय नारायण 2007 में वह भागलपुर से दसवीं की परीक्षा पास करने के बाद आईआईटी की तैयारी के लिए कोटा चला गया। उसके बाद 2009 में सेंट्रल एकेडमी कोटा से इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की और इसी साल उसने पहले ही प्रयास में आईआईटी जेईई की परीक्षा पास की। वहीं उसने 2013 में एयरोस्पेस इंजीनियर रिंग से स्नातक किया और इसी साल इसरो में बतौर साइंटिस्ट रूक में योगदान दिया। उनके इस सफलता से भागलपुर वासियों के साथ-साथ पूरे बिहारवासी को गर्व है।