Jharkhand: सावधान, रांची में स्लीपर सेल बना रहे साइबर अपराधी, डिजिटल ट्रांजैक्शन बन रहा समस्या


रांची

साइबर अपराधी संताल परगना छोड़ अब राजधानी रांची को अपना स्लीपर सेल बना रहे हैं. हाल के दिनों में पुलिस के सामने कुछ ऐसे मामले आये हैं, जिसमें साइबर अपराधियों ने राजधानी रांची के होटल, सिनेमा हॉल और किराना दुकानों के अकाउंट में धोखाधड़ी कर पैसे ट्रांसफर किये हैं. इस मामले में संबंधित दुकान के संचालक की कोई भूमिका नहीं है, लेकिन साइबर अपराधी उनके व्यापारी के खाते में पैसे भेज कर खाता फ्रीज कर दे रहे हैं. इससे व्यवसायियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. हाल के दिनों में रांची साइबर पुलिस के सामने ऐसे पांच मामले सामने आये हैं. तीन मामलों में जब साइबर पुलिस को शिकायत मिली तो मर्चेंट अकाउंट को दोबारा चालू कराने का काम किया गया.

डिजिटल ट्रांजैक्शन एक समस्या बनता जा रहा है 

डिजिटल लेनदेन एक समस्या बनती जा रही है. राजधानी के एक सिनेमा हॉल के खाते से साइबर अपराधियों ने 200 रुपये ट्रांसफर कर लिये. सिनेमा हॉल का पैसा भी दूसरे खाते में ट्रांसफर किया जाता है. इसके चलते उनके दोनों खाते फ्रीज कर दिए गए। बाद में पुलिस की पहल पर खाता चालू किया गया. साइबर अपराधियों ने बरियातू स्थित होटल चाचा पराठा के खाते में दो रुपये ट्रांसफर किये थे. इस कारण उनका अकाउंट फ्रीज कर दिया गया. इसी तरह हिंदपीढ़ी थाना क्षेत्र में किराना दुकान चलाने वाली एक महिला के खाते से भी अपराधियों ने डिजिटल ट्रांजेक्शन किया था. इसी वजह से उनका अकाउंट भी फ्रीज कर दिया गया था.

व्यापारी खाता फ्रीज होने की शिकायत करें 

वहीं इस मामले पर साइबर सेल की डीएसपी यशोधरा ने कहा कि अगर किसी कारोबारी का मर्चेंट अकाउंट फ्रीज हो गया है तो ऐसी स्थिति में वह साइबर सेल में शिकायत कर सकता है. जांच के बाद पुलिस कानूनी कार्रवाई करेगी और खाता खुलवाने में मदद करेगी. अगर कोई बड़े बिजनेसमैन हैं और उनके द्वारा दूसरे खाते में पैसा ट्रांसफर किया जाता है तो दूसरे खाते में पैसा ट्रांसफर करने से पहले दो से तीन दिन तक पैसे को खाते में रोक कर रखें. ऐसी स्थिति में दूसरे अकाउंट को फ्रीज करने की संभावना नहीं रहेगी.