पलामू
झारखंड के पलामू जिले में राज्य सरकार से सहायता प्राप्त एक मदरसे में बच्चों को पढ़ाने के लिए नियुक्त एक गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने मौलाना को एक देसी पिस्तौल, एक जिंदा गोली, एक मिसफायर गोली और एक खोल के साथ गिरफ्तार किया. दरअसल पलामू में जिले के पिपराटांड़ थाने की पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि पिपराटांड़ थाना क्षेत्र के होटवार के मदरसे में मदरसे में बच्चों को पढ़ाने वाला मौलाना हथियार लेकर घूम रहा है. वह बच्चों को पढ़ाने के बजाय मदरसे में हथियारों का प्रदर्शन करता था।
पलामू एसपी चंदन कुमार सिन्हा को मिली गुप्त सूचना के आधार पर पिपराटांड़ थाने की पुलिस ने छापेमारी कर 22 वर्षीय हाफिज नदीम अंसारी के पिता महबूब अंसारी को एक देसी पिस्तौल व एक जिंदा गोली के साथ गिरफ्तार कर लिया. पुलिस की गिरफ्त में आया मदरसा का मौलाना नदीम अंसारी पिपराटांड़ थाना क्षेत्र के लोहारसी गांव का रहने वाला है.
मौलाना को क्यों पड़ी हथियारों की जरूरत, जांच में जुटी पुलिस
वह राज्य सरकार द्वारा सहायता प्राप्त होटवार के मदरसे में नियमित शिक्षक के रूप में कार्यरत थे। बरामद हथियार के संदर्भ में पुलिस आरोपी मौलाना से पूछताछ कर रही है। पढ़ने वाले बच्चों को तालीम देकर उनका भविष्य उज्जवल बनाना था, वह अपराधी की तरह हथियार लेकर मदरसे में क्यों आता था.
हथियार रखने के पीछे उनका मकसद क्या था। क्या वह मदरसे से किसी आपराधिक वारदात को अंजाम देने वाला था? क्या मदरसे से हथियारों के साथ गिरफ्तार शिक्षक का कोई आपराधिक जुड़ाव है? इन तमाम सवालों को लेकर पिपराटांड़ थाने की पुलिस आरोपी मौलाना हाफिज नदीम अंसारी से पूछताछ कर रही है.
शिक्षक के पास से हथियार कहां से आया, इस पर बच्चों के परिजनों ने सवाल खड़े किए
पलामू जिले के एक मदरसे से हथियारों के साथ मौलाना की गिरफ्तारी की खबर पूरे जिले में आग की तरह फैल गई. उक्त मदरसे में पढ़ रहे बच्चों के परिजनों ने भी सवाल उठाया आखिर मदरसे में बच्चों को पढ़ाने वाले शिक्षक के पास से हथियार कहां से आया. आखिर क्या जरूरत थी उस मौलाना को जो बच्चों को शिक्षा दे रहा था. क्या वाकई कोई बड़ी आपराधिक घटना को अंजाम देने की साजिश रची जा रही थी या मदरसे में बच्चों को पढ़ाने वाला मौलाना (शिक्षक) खुद किसी साजिश का शिकार था. पुलिस ने आरोपी मौलाना हाफिज नदीम अंसारी को हथियारों के साथ गिरफ्तार करने के बाद मदरसे में कार्यरत अन्य शिक्षकों और वहां पढ़ने वाले बच्चों से भी पूछताछ की है.