गिरिडीह/तिसरी
गिरिडीह जिले के तिसरी प्रखंड के पलमरुआ, खरखरी, थानसिंहडिह, बेलवाना भंडारी चंदोरी, गडकुरा एवं खटपोंक पंचायत में मनरेगा के तहत सामाजिक अंकेक्षण पंचायत स्तरीय जन सुनवाई कार्यक्रम का आयोजन सोमवार को किया गया। जनसुनवाई कार्यक्रम के दौरान सामाजिक अंकेक्षण में पाए गए त्रुटियों के सुधार को लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। वहीं कई मामलों में दंड लगाते हुए दंड राशि सरकारी कोषांग में जमा करने का निर्देश दिया गया।
बता दें इन आठ पंचायतों किए गए सामाजिक अंकेक्षण में अधिकांश मामले कूप, तालाब, बागवानी एवं टीसीबी के सामने आए। जिनमे से अधिकांश मामले सिंचाई कूप में बिना प्लास्टर हुए पैसों की निकासी करने, कार्य शुरू होने से पहले पैसों का भुगतान करने, बागवानी में पौधे नहीं मिलने, पशु शेड में भुगतान के बावजूद प्लास्टर नहीं करने सहित अन्य मामले सामने आए। इनमे से अधिकांस योजनाओं को कार्य पूर्ण करने के लिए अधिकतम 15 दिनों का समय दिया गया। इसके अलावा कुछ मामले प्राक्कलन राशि से अधिक भुगतान करने का भी सामने आया, जिसमे अधिकांश भुगतान राशि को एनआर के माध्यम से सरकारी कोषांग में जमा करने निर्देश दिया गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार जनसुवाई के दौरान अधिकांश गड़बड़ियां थानसिंहडिह, बेलवाना, खटपोंक पंचायत में सामने आई।
बता दें खटपोंक पंचायत में ग्रामीणों के बीच यह चरचाये हैं कि वर्तमान में चल रहे कई योजनाओं का जांच सामाजिक अंकेक्षण के दौरान नहीं होने से सिर्फ मामूली गड़बड़ियां ही उजागर हो पाई है, या फिर सामाजिक आंकेक्षण करने आई टीम मेल मिलाप कर मामले को रफा दफा कर चुकी है। जबकि वास्तविकता यह है कि इस पंचायत में कई योजनाओं का बोर्ड लगाकर पैसों की निकासी की जा रही है, जबकि स्थल पर कोई कार्य नहीं किया जा रहा है। वहीं बेलवाना पंचायत के खोरो में निर्माणाधीन सिंचाई कूप में भी जेसीबी मशीन का प्रयोग किया गया है बावजूद इसके कोई भी गड़बड़ी सामाजिक आंकेक्षण के दौरान देखने को नहीं मिली जिससे कई सवाल खड़े हो रहे हैं।