बीरभूम
बीरभूम जिले के मदग्राम थाना क्षेत्र के बहिरगोड़ा गांव स्थित एक घर में अवैध रूप से बम बनाने की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने छापेमारी अभियान चलाया और उस घर से बम बनाते हुए पांच लोगों को गिरफ्तार किया. वहीं, घर से दो ड्रम में रखे करीब 40 तैयार बमों को विस्फोटक के साथ पुलिस ने जब्त कर लिया है. पुलिस ने सीआइडी बम निरोधक दस्ते को सूचना दे दी है. पुलिस ने बताया कि उक्त मकान को सील कर दिया गया है. घर के मालिक टॉम शेख समेत पांच लोगों को गिरफ्तार कर पुलिस पूछताछ कर रही है.
बताया जाता है कि पंचायत चुनाव में अशांति फैलाने के उद्देश्य से ही उक्त घर में अवैध व छिपाकर बम बनाने का काम चल रहा था. पुलिस ने गुप्त सूचना के बाद छापेमारी अभियान चलाकर घर में बम बना रहे घर के मालिक समेत पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. इन आरोपियों को शनिवार को रामपुरहाट महकमा अदालत में पेश किया जाएगा. पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में पंचायत चुनाव में वाम-कांग्रेस गठबंधन के उम्मीदवार वासिक शेख उर्फ नाइस शेख को भी गिरफ्तार किया गया है. बम बांधते वक्त वह भी मौके पर मौजूद था.
गांव में शेख टॉम के घर की छत पर मुर्शिदाबाद से आये भाड़े के लोगों द्वारा बम बनाये जा रहे थे. गिरफ्तार किए गए अन्य लोगों में गयासुद्दीन शेख, ड्यूक शेख और अनारुल शेख शामिल हैं। अनारुल मुर्शिदाबाद के खासपुर इलाके का रहने वाला है. बाकी सभी इलाके में सक्रिय कांग्रेस कार्यकर्ता माने जाते हैं. पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार लोग जब घर की छत पर शराब पी रहे थे, तब बम बांधने का काम चल रहा था. इस घटना से स्वाभाविक तौर पर राजनीतिक दबाव बना।
तृणमूल पर्यवेक्षक त्रिदिव भट्टाचार्य ने कहा, ''इससे पता चलता है कि कौन अशांति पैदा करने की कोशिश कर रहा है.'' विपक्ष बम जमा कर रहा है और बीरभूम को अस्थिर करने की कोशिश कर रहा है। हालांकि, कांग्रेस के जिला अध्यक्ष मिल्टन शेख ने कहा कि हार के डर से उनके कार्यकर्ताओं को झूठे मामले में फंसाया गया है. पंचायत चुनाव से पहले इलाके की सुरक्षा पर सवाल उठना स्वाभाविक है.