Vinoba Bhave University
विनोबा भावे विश्वविद्यालय से 2015-18 से 2019-22 सत्र तक उत्तीर्ण छात्रों की डिग्री रद्द करने को लेकर भ्रम की स्थिति को विश्वविद्यालय प्रबंधन ने दूर कर लिया है। विश्वविद्यालय ने यह स्पष्ट कर दिया है कि 2015-18 से 2019-22 सत्र के लिए आयोजित विशेष परीक्षा में छात्रों को शामिल होना अनिवार्य नहीं है। दरअसल, पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया समेत अन्य माध्यमों से खबर प्रकाशित हो रही है कि विनोबा भावे विश्वविद्यालय से 2015-2018 से 2019-22 सत्र में उत्तीर्ण हुए छात्रों को दोबारा पेपर परीक्षा देनी होगी.
डिग्री रद्द करने की थी सूचना
बता दें कि उस समय के सिलेबस के अनुसार छात्रों से केवल एक ही सामान्य पेपर लिया जाता था। अब बताया गया कि छात्रों को दो सामान्य पेपर पढ़ने होंगे। इसलिए दूसरे जेनरिक पेपर के लिए विशेष परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है. यह परीक्षा सभी के लिए अनिवार्य घोषित की गई। ऐसी भी खबर थी कि अगर कोई दूसरे जेनेरिक पेपर में शामिल नहीं हुआ तो उसकी डिग्री रद्द कर दी जायेगी. इस खबर से सत्र 2015-18, 2016-19, 2017-20, 2018-21 और 2019-22 के सभी छात्र परेशान हो गए. हालांकि, यूनिवर्सिटी ने छात्रों की चिंताओं को दूर करने के लिए एक नोटिस जारी किया है।
क्या लिखा है नोटिस में?
विनोबा भावे विश्वविद्यालय प्रबंधन की ओर से 23 जून को सेकेंड जेनरिक पेपर की परीक्षा को लेकर नोटिस जारी किया गया था. इस नोटिस में लिखा है कि जिन छात्रों ने सत्र 2015-18 से सत्र 2019-22 तक जेनेरिक पेपर के साथ परीक्षा उत्तीर्ण की है, उनके लिए एक विशेष परीक्षा आयोजित की जाएगी, जिसमें इच्छुक छात्र शामिल हो सकते हैं। यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने नोटिस में यह भी लिखा है कि छात्र व्हाट्सएप या किसी अन्य सोशल मीडिया पर वायरल होने वाली किसी भी फर्जी खबर पर ध्यान न दें। यह भी बताया गया कि परीक्षा से संबंधित जानकारी जल्द ही विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट www.vbu.ac.in पर प्रकाशित की जाएगी।