Jharkhand: देवघर पहुंचे राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन, कहा- एमएसएमई से हर जिले में बढ़ेंगे रोजगार के अवसर


देवघर

राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने शनिवार को देवघर जिला अंतर्गत मोहनपुर प्रखंड के ठढ़ियारा पंचायत भवन में ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि हर जिले में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) को बढ़ावा देने से लोगों को रोजगार के नये अवसर मिलेंगे. उनका जीवन स्तर ऊपर उठेगा। उन्होंने कहा कि माताओं-बहनों की परेशानी को कम करने के लिए सरकार द्वारा उज्ज्वला योजना के तहत निःशुल्क रसोई गैस कनेक्शन दिये गये हैं।

इस योजना के अंतर्गत भारत की 95% आबादी को शामिल किया गया है। प्रधानमंत्री द्वारा प्रारंभ की गई नल-जल योजना के तहत पेयजल की आपूर्ति की जा रही है। गैस की उपलब्धता और पानी की व्यवस्था के कारण माताओं-बहनों के लिए खाना बनाना आसान हो रहा है।

जैविक खेती की ओर बढ़ रहा झारखंड 

राज्यपाल ने कहा कि हमें प्लास्टिक के स्थान पर थैले का उपयोग करना चाहिए। प्लास्टिक के कारण सभी जलस्रोत विशेष रूप से प्रभावित होते हैं। उन्होंने कहा कि सिक्किम भारत का एकमात्र राज्य है जहां पूरी तरह से जैविक खेती की जाती है। हमारे झारखंड राज्य में भी पारंपरिक खेती में रासायनिक उर्वरकों का उपयोग नहीं किया जाता है। झारखंड भी धीरे-धीरे जैविक खेती की ओर बढ़ सकता है.

उन्होंने कहा कि पहले भारत में जैविक खेती की जाती थी, लेकिन धीरे-धीरे पश्चिमी सभ्यता का अनुसरण करते हुए हमने पारंपरिक खेती के बजाय अधिक से अधिक रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों का उपयोग करना शुरू कर दिया, जिससे हमारे खेत प्रभावित होने लगे। अब हम फिर से जैविक खेती की ओर बढ़ रहे हैं।

सभी के लिए आवास बनाना प्राथमिकता है 

बातचीत के दौरान एक ग्रामीण ने बताया कि यहां प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 150 मकान बनाये गये हैं, लेकिन अभी भी इसकी जरूरत है. राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री का लक्ष्य है कि पूरे भारत में कोई भी व्यक्ति बेघर न रहे. जिनका घर नहीं बना है, उन सभी का घर बनाया जायेगा. एक अन्य ग्रामीण ने बताया कि शौचालय बनने के बाद भी कई लोग इसका उपयोग नहीं करते हैं.

कई शौचालयों में पानी की उपलब्धता नहीं है. राज्यपाल ने उपायुक्त से कहा कि नल-जल योजना के पूरा होने से पहले वैकल्पिक व्यवस्था के तहत बोरिंग के माध्यम से पानी की समस्या को दूर किया जाये. इसके साथ ही स्वयं सहायता समूहों एवं विद्यार्थियों के माध्यम से जन जागरूकता कार्यक्रम चलायें।

डिग्री कॉलेज खोलने की मांग 

सूरज आजीविका सखी मंडल की सदस्य संजू टुडू ने जनसंवाद कार्यक्रम में बताया कि वह कर्ज लेकर राशन व कॉस्मेटिक की दुकान चला रही हैं, जिससे करीब आठ हजार रुपये की आमदनी हो जाती है. वह कर्ज भी चुका रही है. राज्यपाल ने कहा कि स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से महिलाएं सशक्त हुई हैं और उनका जीवन स्तर बढ़ा है। जिला परिषद अध्यक्ष किरण कुमारी एवं सदस्य गीता मंडल ने राज्यपाल से यहां डिग्री कॉलेज खोलने का अनुरोध किया, क्योंकि यहां के बच्चों को देवघर कॉलेज जाना पड़ता है.

कई बच्चे दाखिला नहीं ले पाते और लड़कियां आगे की पढ़ाई छोड़ देती हैं। राज्यपाल ने कहा कि निश्चित रूप से इस दिशा में सार्थक पहल की जायेगी, लेकिन तब तक उपायुक्त देवघर के लिए बस की व्यवस्था करेंगे. जिला परिषद अध्यक्ष ने राज्य के 78 हजार मिड डे मील कर्मियों का प्रतिदिन 60 रुपये से अधिक का मानदेय बढ़ाने का अनुरोध किया. इस संबंध में राज्यपाल ने कहा कि वे मानदेय बढ़ाने को लेकर राज्य सरकार से बातचीत करेंगे. कार्यक्रम के अंत में राज्यपाल ने परिसंपत्तियों का वितरण किया.