रांची
राजधानी रांची के नामकुम थानांतर्गत रजौलतू स्थित वाईबीएन विश्वविद्यालय में हंगामा, तोड़फोड़ और पथराव करने के मामले में बुधवार शाम फार्मेसी के 13 परीक्षार्थियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. उधर, जेल भेजे गए अभ्यर्थियों के परिजनों ने उन्हें निर्दोष बताया है. मालूम हो कि फार्मेसी के परीक्षार्थियों ने विवि पर अपने परीक्षार्थियों को अलग कमरे में बैठाकर परीक्षा देने का आरोप लगाकर केंद्र में कई तरह की असुविधाओं की बात कही थी.
इन परीक्षार्थियों को भेजा गया जेल
गिरफ्तार परीक्षार्थियों में सत्यम सिंह, पिता शंकर सिंह, औरंगाबाद, मंजीत सिंह पिता वंशी सिंह, लातेहार, राजेन्द्र नाथ महतो पिता नंदलाल महतो, नलिनीकांत महतो, पिता उत्तम कुमार, दोनों पुरुलिया, रकीब राजा पिता तस्लीम हुसैन, सुकुरहुटू कांके, मोहम्मद अनम पिता मजलुम हुसैन कांके, आशीष कुमार पिता किशोरी प्रसाद रजक गया बिहार, शशिभूषण गुप्ता पिता दीनबंधु साहू, चैनपुर पलामू, अब्दुल कुदुस अंसारी पिता अबु तालिब अंसारी गढ़वा, कुणाल सिन्हा पिता कुमुद सिन्हा, ऋषिकेश राज पिता नरेश प्रसाद केशरी दोनों हजारीबाग, मुकुल वर्मा पिता मुकेश कुमार वर्मा गुमला, सैयद शकीब अशरफ मानगो जमशेदपुर शामिल हैं.
थाने में परीक्षार्थी के परिजन जमा हो गए
पुलिस गिरफ्तार परीक्षार्थियों को जेल भेजने की प्रक्रिया में जुटी हुई थी. इस दौरान परीक्षार्थियों के परिजन नामकुम थाने में जमा हो गए। परिजन परीक्षार्थियों को बेकसूर बता रहे थे।
गुरुवार को भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा
बुधवार को वाईबीएन यूनिवर्सिटी परिसर में हुई मारपीट और पथराव की घटना को देखते हुए गुरुवार को परीक्षा केंद्र और उसके आसपास भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था. गुरुवार को भी परीक्षार्थियों ने दबंगई करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस के हंगामे से टस से मस नहीं हुए।
सीसीटीवी फुटेज की मदद से सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया गया
थाना प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार तिवारी ने बताया कि परीक्षा केंद्र और उसके आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई. इसके आधार पर पहचाने गए सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
डिप्लोमा इन फार्मेसी की परीक्षा चल रही है
मालूम हो कि YBN यूनिवर्सिटी में डिप्लोमा इन फार्मेसी की परीक्षा 29 मई से 9 जून 2023 तक ली जा रही है. बुधवार की शाम परीक्षा खत्म होने के बाद परीक्षा देने पहुंचे परीक्षार्थियों ने हंगामा, तोड़फोड़ और पथराव शुरू कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया।