Jamua: चिलचिलाती धूप और बढ़ती गर्मी के कारण गांव के कई तालाब और कुएं सूखे, लोगों को हो रही है भारी परेशानी



जमुआ, गिरिडीह

जमुआ प्रखंड अंतर्गत चित्तरडीह पंचायत के कुम्हारगड़िया गांव में चिलचिलाती धूप और बढ़ती गर्मी के कारण गांव के कई तालाब और कुएं सूख गए हैं. हाथ के कई उपकरण खराब पड़े हैं। लोग बूंद-बूंद पेयजल के लिए तरस रहे हैं, फिर भी पीएचईडी नहीं जागा है। सरकारी योजना के तहत करीब 15 साल पहले गांव में चापाकल लगाया गया था, जिससे आज भी घर के 15 से 20 लोग पानी पीते हैं। बढ़ती गर्मी को देखते हुए चापाकल की जलस्तर नीचे चला गया है। गांव के लगभग सभी कुएं सूख चुके हैं, तालाबों में दरारें आ गई हैं और ऐसे में लोग पानी के लिए तरस रहे हैं. 

बताते चले कि इस गांव के अंतर्गत बजरंगबली मंदिर के पास चापाकल पिछले कई दिनों से खराब पड़ा हुआ है. इससे आसपास के लोगों व राहगीरों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ज्ञात हो कि उक्त स्थान पर न तो हैण्डपम्प है और न ही पीने के पानी का कुआं। गांव के दर्जनों परिवार इसी चापाकल पर निर्भर हैं। हैंडपंप खराब होने से लोगों को दूर-दराज के कुओं से पानी लाना पड़ रहा है। गृहिणियों और पशुपालकों को अधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गर्मी के इस मौसम में हैंडपंप खराब होने से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

कई बार विभागीय अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों से अनुरोध किया जा चुका है। कई बार गांव के लोग आपस में चंदा कर चापाकल की मरम्मत करवाते रहे हैं. चापाकल का पाइप नया लगा दिया जाए तो यहां के कुछ घरों के लोगों को पीने के पानी की सुविधा हो जाएगी। वहीं, गांव के कई स्थानों पर नए चापाकल की जरूरत है। ताकि लोगों को पानी के लिए भटकना न पड़े। इतना ही नहीं, पानी की कमी के कारण गाय, बैल और बकरियों को भी पानी मिलने की कोई उम्मीद नहीं है, जबकि गायों और बैलों को नदी में गड्ढे खोदकर खिलाना पड़ रहा है.