Giridih: बालू के अवैध कारोबार पर नाराज हुए गजराज, सरिया नदी से बालू का अवैध उठाव कर रहे ट्रैक्टर को की पलटने की कोशिश; देखें वीडियो



सरिया, गिरिडीह
रिपोर्ट : राज रवानी

गिरिडीह जिले के सरिया स्थित राजदाह धाम में एनजीटी लागू होने के बावजूद नदियों में धड़ल्ले से बालू का अवैध उठाव बालू माफियाओं द्वारा किया जा रहा है। इसका खुलासा तब हुआ जब जंगल से भटक कर पहुंचे एक हाथी ने बराकर नदी में ट्रैक्टर को पलटने का कोशिश किया, जिसका किसी ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में डाल दिया। जिसके बाद से यह विडियो पूरा वायरल हो रहा है। हालांकि इस वायरल वीडियो का पुष्टि हम नहीं करते हैं किंतु जानकारों के मुताबिक यह वीडियो सरिया के राजदाह धाम स्थित का है और झुंड से बिछड़े एक हाथी द्वारा बालू का अवैध उठाव कर रहे एक ट्रैक्टर को पलट दिया गया। 

वायरल वीडियो में साफ तौर पर देखा सा सकता है कि नदियों से बालू का अवैध उठाव होना भले ही प्रशासन को पसंद हो किंतु गजराज को यह पसंद नहीं आया। आक्रोशित गजराज ने कई बार बालू लदे ट्रैक्टर को पलटने का प्रयास भी किया किंतु वजन अधिक होने के कारण हिलने के शिवा कुछ नहीं हो पाया। जिसके बाद अंत में इधर उधर घूमने के बाद गजराज वापस जंगल की ओर निकल दिए। हालांकि इस वायरल वीडियो ने एक सवाल तो प्रशासन पर जरूर खड़ा कर दिया हैं कि एनजीटी लागू होने व बालू के अवैध खनन पर रोक लगने के बावजूद माफिया धड़ल्ले से बालू का अवैध उठाव कैसे कर रहे हैं।

बीते रात को हाथियों के झुंड से बिछड़े एक हाथी ने पूरे इलाके में मचाया उत्पात

झुंड से बिछड़े एक हाथी ने सबसे पहले राजदाह धाम बराकर नदी में बालू लोड कर रहे एक ट्रैक्टर को उलटने प्रयास किया। इसके बाद उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय सर्वोदय आश्रम पहुंचकर विद्यालय के चारदीवारी, खिड़की, दरवाजा, क्षतिग्रस्त कर दिया, जिससे विद्यालय प्रबंधन को काफी नुकसान उठाना पड़ा। बता दें कि इसके पहले भी हाथियों के झुंड ने 2 माह के अंदर दो बार विद्यालय को काफी नुकसान पहुंचाया था। 

इसके बाद हाथी ने कोवाडिया टोला पहुंचकर फसलों को भी नुकसान पहुंचाया। वहीं इस घटना को लेकर वन विभाग के वनपाल अंशु पांडे ने बताया कि झुण्ड से बिछड़ कर एक हाथी सरिया के राजदाह धाम के अगल-बगल अपना डेरा जमाए हुए हैं। वन विभाग उसे उसके झुण्ड में मिलाने की कोशिश में जुटा हुआ है। उन्होंने बताया कि बिछड़ा हाथी अकेला होने के कारण इन दिनों काफी आक्रमक बना हुआ है। इस लिए ग्रामीण उसे बेवजह परेशान ना करें। जहाँ भी हाथी दिखे इसकी तत्काल सूचना वन विभाग को दें।