गावां, गिरिडीह
गावां प्रखंड के गदर पंचायत के किशनपुर एवं बरमे में मनरेगा योजना के तहत निर्माण कराए जा रहे डोभा व तालाब में जेसीबी मशीन का प्रयोग किए जाने की बात सामने आई है। ज्ञात हो कि इससे पूर्व डोंगरिया में भी जेसीबी से डोभा का निर्माण करने की जानकारी प्राप्त हुई थी।
विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पंचायत में दर्जनों मनरेगा योजनाओं का निर्माण जेसीबी के माध्यम से किया जा रहा है। जिस कारण स्थानीय मजदूरों को रोजगार मुहैया नहीं हो रहा है। लोगों को रोजगार देने के लिए बना मनरेगा प्रखंड के गदर पंचायत में विभागीय उदासीनता और ठेकेदार व कर्मियों के मिलीभगत से दम तोड़ता नजर आ रहा है।
बता दें कि पंचायत के अधिकांश योजना जिसमे अभी पैसों का डिमांड चल रहा है वैसे योजनाओं में बोर्ड तक नहीं लगाया गया है। जबकि इसे लेकर बीडीओ का शख्त निर्देश था कि किसी भी योजना में बिना बोर्ड के जियो टैग भी नहीं करना है।
बताते चलें कि प्रखंड में ढीबरा बंद हो जाने के बाद ग्रामीण पलायन करने को मजबूर हो गए थे। जिसके बाद ग्रामीणों की थोड़ी बहुत उम्मीद मनरेगा से बची हुई थी। किंतु योजनाओं का निर्माण जेसीबी से कराना उनकी इस उम्मीद पर भी पानी फेरने का काम कर रहा है।