Bengabad: खोसोखार गाँव में सुखा तालाब व कुआँ, पानी के लिए मचा हाहाकार, चापाकल भी पड़े हैं बंद



बेंगाबाद, गिरिडीह

गर्मी की दस्तक देते ही लोगों को पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है। क्षेत्र के सभी तालाब, नदी सूखने के कगार पर है। वहीं कुआं व बोरिंग भी जवाब देने लगा है। यह हाल बेंगाबाद प्रखंड के सीमावर्ती व सुदूरवर्ती पंचायत बदवार अंतर्गत खोसोखार गाँव का है। 

बता दें कि उक्त गांव के ग्रामीणों ने कहा गाँव में लगभग सभी कुआं का जल स्तर काफी नीचे चला गया है व कुछ कुआं सूख भी गया है। गांव में एक व दो चापाकल भी वर्षो से खराब पड़ा है, जिस कारण ग्रामीणों में पानी का हाहाकार मचा है। पुनः गिरिडीह जिला में गर्मी 40 डिग्री सेल्सियस पार कर रहा है, ऐसे समय में पीएचडी विभाग की उदासीन रवैया के कारण लोगों को पानी की समस्या से जूझनी पड़ रही है।

 क्या कहते हैं ग्रामीण

जानकारी देते हुए उमेश पासवान व कैलाश पासवान ने कहा कि बेंगाबाद प्रखंड के अंतिम छोर व बिहार के सीमा पर स्थित खोसोखार गाँव है। गांव के लोग आज भी मूलभूत सुविधा से वंचित है। गर्मी की मौसम प्रारंभ होते ही हम लोगों के बीच पानी की समस्या विकराल रूप ले लेती है विभाग को इस पर ध्यान देना चाहिए।

वहीं ग्रामीण महिलायें आशा देवी व शांति देवी ने कहा कि गर्मी प्रारंभ होते ही गांव में पहले आओ पहले पाओ का हाल हो जाता है। गांव के लगभग कुआँ सुख चुका है जिस कारण सुबह उठते ही सर्वप्रथम पानी की व्यवस्था इधर उधर से करते हैं। इधर, मालती देवी ने कहा कि गांव में कई चापाकल वर्षों से बंद पड़ा है अगर विभाग इसे दुरुस्त कर दे तो हम लोगों को पानी की समस्या से कुछ हद तक निजात मिल सकती है।

क्या कहते हैं अधिकारी

पीएचडी विभाग के जई मणिकांत सिन्हा ने कहा कि उक्त गांव में नल जल योजना का कार्य प्रारंभ हैं। इसके साथ ही कहा कि पेयजल को लेकर अगर कोई समस्या है तो उन्हें हल करने का वह प्रयास करेंगे।