मांडर, रांची
रिपोर्ट: डॉ. संजय प्रसाद
झारखंड का एक ऐसा ग्रामीण क्षेत्र जहाँ बच्चों के माता पिता अपने बच्चों के शिक्षा के लिए दिनरात सोचते थे कि कैसे उनका बच्चा गाँव देहात के स्कूल में पढ़ कर जीवन में सफल हो पाएगा।किन्तु मांडर कंदरी मोड़ पर आदरणीय राजेश दत्त जी ने दयानंद आर्या विद्या पब्लिक स्कूल की नींव रखी ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों को इस विद्यालय में पढ़ाने की होड़ मच गई।
कुछ अभिभावक जो मीनमेख निकालने में जुटे रहे, वो आज इस विद्यालय के शिक्षक व छात्रों की तुलना तो अन्य विद्यालय में फीस देते समय कर लेते हैं पर अभिभावक इस विद्यालय की अपेक्षा अन्य विद्यालयों के शिक्षक, छात्र, पढ़ाई और अनुशासन से व्यथित है। सबसे अधिक अभिभावकों को उनके बच्चों के भविष्य की चिंता रहती है।
इसी चिंता से अभिभावकों को मुक्त करने के उद्देश्य से स्थापित इस विद्यालय ने शुरु से छात्रों के उज्ज्वल भविष्य को प्रमुखता देकर सिर्फ छात्रों के भावी जीवन को ही अपनी मेहनत से निखारने का प्रयास किया है, जिसका परिणाम 10 वीं के परीक्षा में बच्चों के परीक्षा फल में दिखाई पड़ा।
निदेशक राजेश कुमार दत्त ने इस सफलता का सारा श्रेय इन बच्चों की मेहनत एवं लगन, प्राचार्या आरती सिंह सहित सभी शिक्षकों के कुशल निर्देशन तथा अभिभावकों के द्वारा बच्चों को मिला मार्गदर्शन को दिया है और सभी छात्रों के उज्ज्वल भविष्य की कामना किया है।