गिरिडीह
रिपोर्ट : निशांत बरनवाल
गिरिडीह जिले के गावां प्रखंड के माल्डा स्थित इंडियन बैंक के शाखा में बैंक मैनेजर द्वारा केसीसी लोन में वन टाइम सेटलमेंट के नाम पर फर्जीवाड़ा करने, भुक्तभोगी को गाली गलौज करने एवं धमकाने का आरोप लगा है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए गावां थाना क्षेत्र के बगदेडीह निवासी बसंत कुमार सिंह पिता स्वर्गीय यमुना सिंह ने बताया कि उनके पिता द्वारा वर्ष 2020 से पूर्व केसीसी लोन लिया गया था। वर्ष 2020 में उनकी मृत्यु हो गई। कुछ माह पूर्व जब वह लोन लेने के लिए माल्डा स्थित इंडियन बैंक के शाखा पहुंचे तो उन्हें पिता का केसीसी लोन बकाया होने की बात को कह कर मना कर दिया गया। इसके पश्चात उन्होंने बैंक मैनेजर से लोन को सेटल कर बंद कर देने की अपील की।
इस दौरान बैंक मैनेजर ने उनसे 40 हजार रुपए जमा करने को कहा किंतु भुक्तभोगी ने पैसे नही होने की बात कह इसे कम से कम में सेटल करने को बोला। अंत में भुक्तभोगी को 1 लाख रुपए लोन कर दिया गया और इसके एवज में उनसे 35000 हजार रुपए बैंक के बाहर लिया गया। जिसमे केसीसी लोन सेटलमेंट के नाम पर उन्हे 25000 रुपए का रशिद दिनांक 9 मार्च को दिया गया।
साथ ही उन्होंने बताया कि रशीद लेने के पश्चात जब उन्होंने स्वर्गीय पिता के लोन स्टेटमेंट की जानकारी मांगी तो उन्हें स्टेटमेंट दिया गया जिसमे 21 मार्च को लोन 1400 नगद रुपए जमा कर सेटल होने की बात लिखी गई थी। उन्होंने कहा कि जब वह मैनेजर से इस बात की जानकारी लेने का प्रयास किए तो अगले दिन उनसे स्टेटमेंट ले लिया गया। वहीं दुबारा पूछे जाने पर उनके द्वारा गाली गलौज किया गया और धमकी भी दिया गया।
बताया कि उनके पिता का लोन खत्म करने के लिए अब भी उनसे दस हजार रुपए और मांगा जा रहा है और बैंक मैनेजर द्वारा लोन का स्टेटमेंट नहीं दिया जा रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार बैंक मैनेजर द्वारा केसीसी लोन में किया गया फर्जीवाड़ा का यह कोई पहला मामला नहीं है। इसके अलावा भी अनेकों मामले को लेकर क्षेत्र में चर्चाएं हैं जो जांच और शिकायत के बाद सामने आ सकती हैं।गिरिडीह जिले के गावां के माल्डा स्थित इंडियन बैंक में केसीसी लोन सेटलमेंट के नाम पर मैनेजर द्वारा फर्जीवाड़ा करने का आरोप लगा है। 1400 में लोन सेटलमेंट कर भुक्तभोगी को 25000 रुपए का रशिद थमा दिया गया है। @RBI@indianbank@HemantSorenJMM @sohansingh05 @ChampaiSoren @GiridihDc pic.twitter.com/ydXvuaIp5K
— News One Jharkhand (@News1Jharkhand) May 15, 2023
इस संबंध में पूछे जाने पर बैंक मैनेजर धीरज कुमार ने बताया कि केसीसी लोन 1400 रुपयों में सेटलमेंट किए जाने की बात बिल्कुल सही है और यह भी सच है कि उनके द्वारा 25000 रूपये लिया गया है। बाकी बचे रूपयों को बैंक के प्रॉफिट अकाउंट में डाला गया है। वहीं इंडियन बैंक के जोनल ऑफिस के मैनेजर बीके प्रसाद ने कहा कि इस तरह का मामला तो नहीं होना चाहिए। अगर ऐसा किया गया है तो इसकी जांच कर करवाई की जाएगी।