गिरीडीह
झारखंड के गिरिडीह जिले के मधुबन स्थित सम्मेद शिखर एक बार फिर गुलजार हो गया है. जैन तीर्थ नगरी मधुबन में जैन साधुओं का प्रवेश शुरू हो गया है। बुधवार को तीन जैनाचार्यों सहित 67 जैन श्रमण श्रमणियों का मंगल प्रवेश हुआ। संगीत और जयकारे के साथ सभी जैनाचार्य मधुबन स्थित तलेटी तीर्थ पहुंचे। तीनों जैनाचार्यों का चतुर्मास मधुबन के तलेटी तीर्थ में होगा। फिर मधुबन में दीक्षा महोत्सव भी होगा।
मधुबन में जैनाचार्यों और श्रमण-श्रमणियों का भव्य स्वागत
तीन जैन मुनि जैनाचार्य विजयरामचंद्र सूरीश्वरजी, जैनाचार्य विजयमुक्ति परमसूरीश्वरजी महाराज, जैनाचार्य विजय अक्षय भद्रसूरीश्वरजी महाराज व जैनाचार्य श्री विजयपुण्य परमसूरीश्वरजी महाराज आदि 67 जैन श्रमण-श्रमणी सम्मेद शिखर बुधवार की सुबह छह बजे मधुबन स्थित तलेटी तीर्थ पहुंचे. इस दौरान मधुबन में उनका भव्य स्वागत किया गया।
सुबह 6 बजे शुरू हुई स्वागत यात्रा, जयकारों से गूंज उठा मधुबन
जैनाचार्यों के शुभ आगमन के लिए सुबह 6 बजे भोमियाजी भवन जैन धर्मशाला के श्री शांतिनाथ जैन मंदिर से स्वागत यात्रा शुरू हुई। सारा मधुबन जयकारों से गूंज उठा। जैनाचार्यों के सानिध्य में सुद नवमी को दो मुमुक्षु बहनों का जैन दीक्षा होगा। विदित हो कि जैनाचार्य विशाल समुदाय के साथ तलेटी तीर्थ धर्मशाला में चातुर्मास करेंगे। जैनाचार्यों के साथ एक हजार से अधिक जैन श्रावक और श्राविका वर्षा ऋतु की पूजा करने आएंगे।
पारसनाथ पर्वत पर मनाया गया मोक्ष कल्याणक महोत्सव
पारसनाथ पर्वत पर जैन श्वेतांबर समाज द्वारा बुधवार को जैन धर्म के 15वें तीर्थंकर भगवान धर्मनाथ स्वामी का मोक्ष कल्याणक महोत्सव मनाया गया। इस अवसर पर दर्जनों श्रद्धालुओं ने भक्ति भाव से पूजा अर्चना कर निर्वाण लड्डू का भोग लगाया।