Deoghar: बाबा मंदिर में शीघ्र दर्शनम के शुल्क में की जायेगी बढ़ोतरी, श्रावणी मेले में श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए पुख्ता तैयारी करने का भी दिया गया निर्देश


देवघर

डीसी मंजूनाथ भजंत्री ने सोमवार को बाबा बैद्यनाथ मंदिर परिसर व आसपास के क्षेत्र में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए किए जा रहे कार्यों का मौके पर निरीक्षण किया. निरीक्षण के बाद उन्होंने बाबा मंदिर कार्यालय में अधिकारियों व पुलिस पदाधिकारियों के साथ बैठक की. डीसी ने कहा कि श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा के लिए दर्शन शुल्क में जल्द ही बढ़ोतरी की जाएगी। शुरुआती दर्शनम का शुल्क सामान्य दिनों में 500 रुपये और विशेष दिनों में 1000 रुपये होगा। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए किए जा रहे सभी कार्यों को समय से पूरा किया जाए और गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए. श्रावणी मेले से पहले सभी काम पूरे कर लिए जाएं।

बाबा मंदिर से निकलने वाले नीर को फिल्टर कर की जाएगी पैकिंग  

डीसी ने बाबा मंदिर से निकलने वाले नीर को फिल्टर कर उपयोग में लाने के लिए की जा रही तैयारियों का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने नीर की पैकेजिंग और प्रसाद के रूप में श्रद्धालुओं को आसानी से उपलब्ध कराने जैसे विभिन्न विषयों पर संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए. उन्होंने बाबा मंदिर के निरीक्षण के दौरान मंदिर से निकलने वाले नीर को आधुनिक तकनीक से साफ कर उसे बर्बाद होने से बचाने के लिए मानसरोवर में जमा करने की बात कही. इतना ही नहीं बाबा मंदिर सहित 22 मंदिरों से प्रतिदिन निकलने वाले हजारों लीटर नीर को नाले में बहाने से बर्बाद न हो, इसके लिए नीर की रिसाइकिल व ब्रांडिंग करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को इस काम को समय पर पूरा करने के निर्देश दिए।

श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए पुख्ता तैयारी करें 

उन्होंने श्रावणी मेले में श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए अधिकारियों और पुलिस अधिकारियों को उचित तैयारी करने के निर्देश दिए. श्रद्धालुओं को कैसे बेहतर सुविधा मिले, सुरक्षा और यातायात व्यवस्था कैसे सुधरे, इस दिशा में ठोस काम करें। मेला क्षेत्र में साफ-सफाई को लेकर पुख्ता इंतजाम करें। मेले को लेकर किए जा रहे कार्यों में किसी भी प्रकार की ढिलाई न बरती जाए, अन्यथा कार्रवाई की जाएगी। निरीक्षण के दौरान डीसी के साथ अंचलाधिकारी देवीपुर सुनील कुमार, मंदिर समन्वय समिति के सदस्य, मुख्य प्रबंधक रमेश परिहस्त एवं संबंधित अधिकारी, पुलिस पदाधिकारी व मंदिर कर्मी मौजूद थे.