Tiger in House
बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले में एक बार फिर बाघ को लेकर दहशत है. वाल्मीकि बाघ परियोजना के मंगुराहा रेंज स्थित नया टोला स्थित एक घर में शनिवार की सुबह पांच बजे बाघ उस समय घुस गया जब गृहस्वामी कमलेश उरांव की पत्नी वीरेंद्री देवी नित्य कार्य के लिए बाहर जा रही थी. ग्रामीणों का शोर सुनकर बाघ घर में घुस गया और घंटों बच्चों के साथ कमरे में बैठा रहा।
घंटों तक टाइगर दो लड़कियों के बीच घर में रहा
मकान मालिक कमलेश उरांव की पत्नी वीरेंद्र देवी जब घर से बाहर आ रही थी तभी अचानक बाघ ने उस पर हमला कर दिया. इससे महिला चीखते-चिल्लाते बेहोश हो गई। शोर सुनकर ग्रामीण दौड़े तो बाघ घबरा गया और महिला के घर में घुस गया। इस दौरान घर में सो रहे तीन बच्चों में से एक सुमित (8 वर्ष) शोर सुनकर बाहर चला गया, लेकिन दो बच्चियां सोनाक्षी (5 वर्ष) और साक्षी (3 वर्ष) अंदर ही घिरी हुई थीं। दोनों लड़कियां करीब दो घंटे तक बाघ के साथ घर में रहीं, लेकिन बाघ ने उन्हें कोई नुकसान नहीं पहुंचाया।
बारदान काटकर दोनों बच्चियों को बाहर निकाल लिया
सूचना मिलते ही मंगुरहा रेंज के अधिकारी व वनकर्मी गांव पहुंचे और दो घंटे की मशक्कत के बाद बारदान काटकर दोनों बच्चियों को बाहर निकाला. घर के बाहर जाल बिछा हुआ था। बाघ के बाहर आने का इंतजार कर रहे हैं। हर तरफ से वनकर्मी, एसएसबी और पुलिस की टीम तैनात की गई थी।
बेहोश कर बाघ को निकाला गया बाहर
चार घंटे तक इंतजार करने के बाद जब बाघ बाहर नहीं आया तो छप्पर वाले घर के सामने रखी बोरी को हटवाया गया। सायरन बज गए, पटाखे छूट गए, फिर भी बाघ नहीं निकला। बाद में छप्पर का कुछ हिस्सा हटाकर ट्रेंकुलाइजर गन से बाघ को बेहोश कर दिया गया। डीएफओ प्रद्मुन कुमार गौरव ने बताया कि बाघ का स्वास्थ्य परीक्षण वीटीआर के खाली जंगल में छोड़ा जाएगा।