उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश में मेरठ के लालकुर्ती थाना क्षेत्र से सेना का एक फर्जी मेजर पकड़ा गया है. गिरफ्तार आरोपी पर अग्निवीर भर्ती के नाम पर युवक से ठगी करने का आरोप है। आरोपियों के पास से सेना की वर्दी, कुछ दस्तावेज, फर्जी सेना पहचान पत्र और कैंटीन कार्ड बरामद किया गया है. इतना ही नहीं पुलिस ने फर्जी मेजर के मोबाइल से हरियाणा सरकार के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला समेत कई विधायकों और मंत्रियों के साथ फोटो भी बरामद की है. आपको बता दें कि पिछले 6 महीने में राज्य में सेना के तीन ऐसे फर्जी अफसरों को गिरफ्तार किया गया है, जिन्होंने हजारों युवाओं को अग्निवीर में भर्ती कराने के एवज में लाखों रुपये की ठगी की है. उन फर्जी अफसरों को एसटीएफ और पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। कुछ समय पहले देहरादून के प्रेम नगर इलाके में भी इस तरह के दो मामले सामने आए थे. जहां अग्निवीर को भर्ती करने के लिए कई युवकों से पैसे भी लिए गए।
आरोपी हरियाणा का रहने वाला है : थाना प्रभारी
लालकुर्ती थानेदार नरेश कुमार ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी का नाम अब्दुल्लापुर पिंजौर मच्छी वाली गली पंचकूला हरियाणा निवासी गणेश भट्ट है. हालांकि आरोपी लोगों को अपना नाम मेजर दिनेश दहिया बताता था। आरोपी अग्निवीर भर्ती में नौकरी दिलाने का झांसा देकर युवकों से ठगी करता था। ठगी की शिकार एक पीड़िता ने आरोपी के खिलाफ लालकुर्ती थाने में तहरीर दी थी। मामले की जांच के लिए आर्मी इंटेलिजेंस से संपर्क किया गया। जांच के बाद पता चला कि इस नाम का कोई मेजर किसी भी यूनिट में तैनात नहीं है। आर्मी इंटेलीजेंस के साथ ही आरोपी पर नजर रखी जा रही थी। बुधवार शाम को उसके कैंट क्षेत्र में आने की सूचना मिली। इसके बाद उसे माल रोड सप्लाई डिपो के पास से गिरफ्तार कर लिया गया। थाना प्रभारी लालकुर्ती ने आगे कहा कि फर्जी मेजर के खिलाफ आईपीसी की धारा 420 और 140 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है.
अग्निवीर भर्ती परीक्षा चल रही है मेरठ में
आपको बता दें कि मेरठ के तीन केंद्रों पर 17 अप्रैल से ऑनलाइन अग्निवीर भर्ती परीक्षा चल रही है। पुलिस ने बताया कि आर्मी इंटेलिजेंस के कुछ युवकों ने गणेश नाम के शख्स की शिकायत की थी. उनका आरोप था कि गणेश मेजर बनकर धोखा देते हैं। उसके गिरोह में 3-4 सदस्य हैं जो अग्निवीर भर्ती के नाम पर युवकों से चार से पांच लाख रुपये वसूलते हैं. इन्हीं लोगों ने सेना की वर्दी में अग्निवीर बनने की इच्छा रखने वाले युवकों से गणेश का परिचय कराया। इस सूचना पर आर्मी इंटेलीजेंस ने गणेश की गिरफ्तारी के लिए घेराबंदी की और गणेश को बुधवार की रात उस समय पकड़ लिया जब वह मेजर की वर्दी पहनकर आर्मी एरिया में घूम रहा था. पूछताछ में आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। उधर, पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह भी देखा जा रहा है कि गणेश भट्ट का किसी आतंकी गतिविधि से कोई संबंध तो नहीं है। एसएसपी रोहित सिंह सजवान ने बताया कि मेजर रैंक के एक फर्जी अधिकारी को गिरफ्तार किया गया है. लालकुर्ती पुलिस को मामला दर्ज कर कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है।