मांडर, रांची
रिपोर्ट : डॉ. संजय प्रसाद
मांडर प्रखंड अंतर्गत टांगरबसली पंचायत स्थित राजकीय उत्क्रमित मध्य विधालय का मांडर विधायक शिल्पी नेहा तिर्की ने औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान विधायक ने पाया कि मध्यान भोजन योजना से संबधित चावल भंडार गृह की स्थिति काफी गंदी है और भंडार गृह मे काफी समय लगभग 10-12 दिन पूर्व मरा हुआ चूहा पाया गया। जिससे भंडार गृह मे काफी दुर्गध भी आ रही थी, जिसे हटाया नही गया था। विधायक के निर्देश से तुरंत भंडार गृह से उन्हे हटा कर साफ किया गया। विधायक ने क्लास का भी निरीक्षण किया जहाँ बच्चे दर्री पर बैठे हुए थे। जो काफी समय से साफ नही किया गया था, जिसके कारण गन्दगी साफ नजर आ रही थी।
विधायक स्कूल और स्कूल पुस्तकालय की स्थिति को देखकर भी हैरान परेशान रह गई। इसके तत्पश्चात विधायक ने स्कूल के प्रभारी एवं टीचरों के साथ बैठक किया। बैठक मे विधायक ने एक एक कर सभी का परिचय लिया, कि क्या विषय वे स्कूल मे पढ़ा रहे है और कब से वह स्कूल मे अपना योगदान दे रहे है। अधिकांश शिक्षक वर्षो से स्कूल में जमे हुए थे तो कुछ अपनी सुविधा अनुसार डीपुटेशन कराकर आ जमे थे।
विधायक ने प्रबंधन समिति की मीटिंग की भी जानकारी लेते हुए उसका रजिस्टर मंगवाया।
इसके साथ ही विधायक द्वारा बैठक मे शिक्षकों एवं रसोइयो सह सहायिका का चयन की जानकारी लिया, जिसमे जानकारी हुआ कि रसोईया सह सहायिका का चयन बिना प्रबंधन समिति एवं उप समिति सह माता समिति के अनुमोदन के बिना ही चयन किया। बैठक मे उपस्थित लोगो द्वारा यह भी जानकारी विधायक को प्राप्त हुआ कि जर्ज़र भवन एवं विधालय जर्ज़र भवन से संबधित जर्ज़र भवन खंड को तोड़ते हुए उसके स्क्रैप बिक्री से प्राप्त राशि का विधालय हित मे व्यय किया जाना था। जिससे संबधित प्राप्त एवं व्यय राशि का प्रतिवेदन प्रभारी द्वारा विधायक को नही दिखाया गया।
इन सभी कारणों को लेकर विधायक ने स्कूल प्रभारी को बहुत जोर फटकार लगाया और उपस्थित मांडर के प्रखंड विकास पदाधिकारी सुलेमान मुंडारी एवं प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी से कहा कि इन्हे दो दिन के अंदर अपना स्पष्टीकरण देने के लिए सुनिश्चित करने को कहे, नही तो इस सम्बन्ध मे इसपर उचित कारवाई किया जाए। मौक़े पर पार्टी प्रखंड अध्यक्ष करमा उरांव, विधायक प्रतिनिधि जमील मल्लिक, सेरोफिना मिंज, चिंतामणि उरांव, टांगर बसली पंचायत अध्यक्ष तस्लीम अंसारी, उप मुखिया एवं अन्य उपस्थित थे।