रांची
झारखंड में झारखंड ग्रामीण कार्य विकास के मुख्य अभियंता रहे वीरेंद्र राम की 39.28 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति जब्त की गयी. कुर्क की गई संपत्तियों में रांची, जमशेदपुर, पटना और दिल्ली में स्थित कई आलीशान बंगले, फ्लैट और प्लॉट शामिल हैं। करोड़ों रुपए की कारें भी जब्त की गई हैं जिनमें ऑडी, स्कॉर्पियो और इनोवा जैसी गाड़ियां शामिल हैं। ईडी ने वीरेंद्र राम के 3 बैंक खातों में जमा 36 लाख रुपये भी सीज किए हैं। ईडी ने यह कार्रवाई पीएमएलए एक्ट के तहत की है। ईडी ने 22 फरवरी को वीरेंद्र राम को गिरफ्तार किया था।
इंजिनियर ने बनाए थे 125 करोड़
फरवरी में ईडी ने ग्रामीण कार्य विकास विभाग के चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम के कई ठिकानों पर छापेमारी की थी. छापे के दौरान ईडी ने पाया कि वीरेंद्र राम ने अपने पद का दुरुपयोग कर 125 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति अर्जित की। इसमें उनके साथ आलोक रंजन नाम का शख्स भी जाता था। आलोक रंजन वह व्यक्ति था जो वीरेंद्र राम के पैसों का प्रबंधन करता था। काले धन को सफेद में बदलने का काम करता था। ईडी ने हाल ही में आलोक रंजन को गिरफ्तार किया था। उनके खिलाफ जल्द चार्जशीट दाखिल की जाएगी।