बोकारो
झारखंड के बोकारो जिले के बोकारो थर्मल थाना क्षेत्र के रहने वाले गोवर्धन रजवार को लकवा मार गया था. उनका इलाज बोकारो जिले के डीवीसी थर्मल अस्पताल में चल रहा था। इलाज के दौरान गोवर्धन रजवार की मौत हो गई, 62 वर्षीय पिता गोवर्धन रजवार के निधन की खबर मिलते ही उनका सबसे छोटा बेटा कुंदन रजवार गहरे सदमे में चला गया. पिता की मौत का सदमा सहन नहीं कर पाने के कारण 25 वर्षीय पुत्र कुंदन रजवार अपने कमरे में गया और पंखे के सहारे पंखे से झूलकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली.
पिता-पुत्र की मौत के बाद परिवार में कोहराम मच गया, मोहल्ले के लोग भी अंतिम संस्कार के लिए घर से निकली दो अर्थियों को देखकर रोने लगे. लोगों को विश्वास नहीं हो रहा था। छोटा बेटा अपने पिता की मौत से इतना सदमे में होगा कि वह फांसी लगाकर आत्महत्या कर लेगा। पिता-पुत्र की मौत की सूचना मिलते ही पूरे मोहल्ले में मातम पसर गया। मृतक युवक कुंदन रजवार गोवर्धन रजवार के 4 पुत्रों में सबसे छोटा पुत्र था।
'पिता को कुछ हुआ तो नहीं जी पाऊंगा'
परिवार के कुछ लोगों ने बताया कि आत्महत्या जैसा कदम उठाने वाला कुंदन अक्सर कहता था कि अगर उसके पिता को कुछ हुआ तो वह भी अपनी जीवन लीला समाप्त कर लेगा। घर वाले कुंदन की बातों को पिता पुत्र का भावनात्मक प्रेम प्रसंग ही समझते थे, घर वालों को इस बात का जरा सा भी आभास नहीं था कि इलाज के दौरान पिता की मौत से कुंदन सदमे में है, संगीन कदम उठाते हुए वह अपनी जीवन लीला समाप्त कर लेगा।
परिजनों ने दी पुलिस को जानकारी
बीमार पिता की मौत के सदमे में बेटे कुंदन द्वारा उठाए गए खौफनाक कदम की सूचना परिजनों ने बोकारो थर्मल थाने की पुलिस को दी. सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक युवक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया. पुलिस ने पोस्टमार्टम कराने के बाद शव को अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया। मृतक पिता गोवर्धन रजवार और पुत्र कुंदन रजवार के शवों का अंतिम संस्कार बोकारो जिले में कोनार नदी के तट पर परिजनों और मोहल्ले के लोगों ने किया है.