Bihar : आग की छोटी चिंगारी से सैकड़ों घर जल कर हुए खाक, मवेशियों के साथ युवक भी जिंदा जला





भागलपुर, बिहार
रिपोर्ट : बालमुकुंद कुमार 

आग की चिंगारी ने मंगलवार को नवगछिया अनुमंडल के नारायणपुर प्रखंड के बीरबन्ना गांव में एक सौ घर जला कर राख कर दिया। आग खाना बनाने के दौरान लगा है। जिस घर से आग शुरू हुआ वह घर फूस का था। जिससे आग बढ़ता गया। धीरे-धीरे आग ने कई घर-घर को अपनी चपेट में ले लिया। आग की लपटें आसमान को छूने लगी। आग लगता देख आसपास के कई गावों के लोग वहां पहुंचने लगे। आग ने देखते ही देखते एक सौ से अधिक घर को अपनी चपेट में ले लिया। दो रसोई गैस सिलेंडर भी ब्लास्ट हो गया। एक युवक सहित 5 मवेशी भी जल गया। आग इतना भयावह था कि किसी ने आग बुझाने का हिम्मत नहीं किया। क्योंकि कई बाल्टी पानी भी उस आग के लिए कम साबित हो रहा था। तेज पछुआ हवा आग में घी का काम कर रही थी। 

देर से पहुंची फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को लोगों के आक्रोश का करना पड़ा सामना

इसी आग की चपेट में अरविंद यादव का बीस वर्षीय पुत्र गुलशन यादव आ गया और वह आग में जलकर मर गया। गुलशन की मौत पर पिता अरविंद यादव और माता भीखमा देवी का रो-रो कर बुरा हाल हो गया। रोते दोनों बेहोश हो रही थी क्योंकि 17 अप्रैल को गुलशन की शादी होने वाली थी। सूचना मिलते ही नारायणपुर के बीडीओ हरिमोहन कुमार, सीओ अजय कुमार सरकार, भवानीपुर ओपी अध्यक्ष रमेश कुमार साह दल बल के साथ पहुंच गए। करीब 1 घंटा के बाद भी बिहपुर थाना से छोटी फायर ब्रिगेड की गाड़ी पहुंची तो लोगों को थोड़ी हिम्मत आई। लेकिन देर से फायर ब्रिगेड की गाड़ी पहुंचने पर लोगों के आक्रोश का सामना भी करना पड़ा। छोटी फायर ब्रिगेड की गाड़ी ने आग बुझाना शुरू किया तो लोगों ने पानी और सुखी मिटटी भी देना शुरू कर दिया। लेकिन जब तेज पछुआ हवा बह रही थी तो आग और बढ़ता जा रहा था। लोगों का मांग हो रहा था कि बड़ी फायर ब्रिगेड की गाड़ी भेजी जाए। 

100 से अधिक घर जल कर हुए खाक

इसके बाद आधा-आधा घंटा के अंतराल पर एक के बाद एक छोटी और बड़ी चार गाड़ी पहुंचती है। करीब 5 घंटे मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया लेकिन आग की लपटें जहां-तहां से शुरू हो रही थी तो लोगों में एक बार फिर डर समा रहा था। आग ज़ब लगा था उस समय अधिकतर लोग अपने अपने खेतों में काम कर रहे थे। घर में बच्चा और मवेशी ही था जिसके कारण आग बढ़ता गया। जिस जिस व्यक्ति के घर में आग लगा उसे मोबाइल के माध्यम से खेतों में सूचना मिली तो वह खेत छोड़कर जैसे तैसे भागा। खेत से घर पहुंचा तो देखा घर जलकर राख हो चुका है। रोने के अलावा कुछ नहीं बचा। बिछावन, चौकी, नकदी, जेवरात भी जल गया। अरविंद यादव, कारे यादव, ऋषि यादव, अनिजर यादव, पुलकित यादव, बतिस यादव, सतीश यादव, ज्योतिष यादव, त्रिभुवन यादव, आनंदी यादव, मनोज यादव, महेश यादव, दिलीप यादव, बिभिष्ण यादव, भिखारी यादव सहित करीब सौ से ज्यादा व्यक्ति का घर जलकर राख हो गया है। 

एंबुलेंस के साथ मेडिकल की टीम पहुंची

इस भयंकर आग लगने की सूचना मिलने पर भागलपुर एडीएम महफूज आलम, नवगछिया एसडीएम उत्तम कुमार, डीसीएलआर महेशवर प्रसाद सिंह, एसडीपीओ दिलीप कुमार सहित कई नवगछिया पुलिस जिला सभी थाने की पुलिस और कई अंचल के सीओ भी पहुंच गए। आग की भयावहता को देख कर दो महिला भी बेहोश हो गई। पीएचसी नारायणपुर से पहुंची मेडिकल टीम ने उसे ऑक्सीजन देकर होश में लाया और प्राथमिक उपचार किया। आग लगने की सूचना पर पीएचसी नारायणपुर से दो एंबुलेंस और मेडिकल की पूरी टीम वहां पहुंच गई। चिकित्सा के क्षेत्र में किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए मेडिकल की टीम पूरी तरह से तैयार थी। फायर ब्रिगेड जवानों के साथ आग बुझाने में कई समाजसेवी ने भी सहयोग किया। 

जनप्रतिनिधियों को बनना पड़ा लोगों के कोप का भाजन

स्थानीय जनप्रतिनिधियों के प्रति अग्निपीड़ितों का गुस्सा देखने में बन रहा था।ग्रामीणों का मांग था कि जनप्रतिनिधि के सहयोग से आज तक फायर ब्रिगेड की गाड़ी प्रखंड स्तर पर नहीं हुआ है।जिसके कारण बराबर आग लगने से नुकसान होता है। सब कुछ जलने के बाद जनप्रतिनिधि अपना कुर्ता पायजामा दिखाने के लिए पहुंच जाते हैं। आग लगने के बाद बिजली व्यवस्था भी वहां अवरुद्ध कर दी गई थी।कई चापाकल ने पानी निकालना भी बंद कर दिया। जो भी चापाकल खराब हुआ था पीएचडी के जेई मंटू कुमार के द्वारा ठीक करवाया जाने लगा बिजली विभाग के द्वारा विद्युत व्यवस्था भी बहाल करने का प्रयास किया जा रहा था। ग्रामीण कहते हैं कि यदि पछुआ हवा नहीं रहती और बड़ी फायर ब्रिगेड की गाड़ी समय पर पहुंच जाती तो इतनी तबाही नहीं होती। इतने लोगों का नुकसान नहीं होता। फायर ब्रिगेड की गाड़ी पहुंचने और हवा थमने के बाद धीरे-धीरे आग ने भी अपना रफ्तार रोक दिया। लेकिन तब तक में वह स्थल जहां आग लगा था राख में तब्दील हो गया। 

पीड़ितों को सरकारी व्यवस्था की जायेगी मुहैया
ऋषि यादव और उसका परिवार छटपटा रहा था। उसका पुत्र कहां खो गया। कोई खोज नहीं पा रहा था। उसे भी आशंका थी कि कोई अनहोनी हो गया है। लेकिन आग इतना भयावह था कि लोग घर से सामान ले कर दौड़ रहे थे। कोई रसोई गैस सिलेंडर,कोई चौकी, चार पहिया वाहन तो कोई बर्तन, कोई थाली, कोई बिछावन तो कोई अपने बच्चे को कंधा पर ले कर भाग रहा था। इस बीच ऋषि यादव का बेटा भी डर से काली मंदिर में भाग गया था। आग थमने के बाद वह घर के तरफ पहुंचा तो उसके परिवार वालों के सामने खुशी छा गई। शाम को पीएचडी के द्वारा नल से जल भी आपूर्ति शुरू करवा दिया गया अग्नि पीड़ितों के लिए भोजन भी बन गया। अजय कुमार सरकार ने बताया कि 57 घर आग में जला है इसलिए सभी अग्निपीड़ित परिवार को चावल, दाल, सब्जी भोजन दिया गया इसके साथ ही रोशनी और पेयजल की व्यवस्था की गई। समाजसेवी अजय रविदास के द्वारा अग्निपीड़ितों को चुरान शक्कर बिस्किट वितरण किया।