बिहार
मंगलवार को ईडी ने तेजस्वी यादव से साढ़े आठ घंटे तक पूछताछ की। नौकरी के बदले जमीन मामले में बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से पूछताछ हुई. दिल्ली में ईडी की पूछताछ का सामना करने के बाद तेजस्वी यादव बाहर आए और पिता लालू यादव से मिलने के लिए बहन मीसा भारती के आवास के लिए रवाना हो गए.
सीबीआई जमीन के बदले नौकरी के मामले में तेजस्वी यादव से पहले ही पूछताछ कर चुकी है। ईडी ने मंगलवार को उन्हें तलब किया था। कहा जा रहा है कि बुधवार को भी ईडी उनसे पूछताछ कर सकती है। पूछताछ के बाद बाहर आए तेजस्वी यादव ने कहा कि ये सब 2024 तक चलेगा. उन्होंने कहा कि बीजेपी को 2024 में हार का डर सता रहा है. इसलिए ये सब 2024 तक चलेगा. तेजस्वी यादव ने कहा कि वो अभी इस पर ज्यादा कमेंट नहीं करेंगे.
जमीन के बदले नौकरी के मामले में तेजस्वी यादव से जांच एजेंसी ने पूछताछ की थी. इस मामले में चार्जशीट में लालू यादव, राबड़ी देवी, मीसा भारती, हेमा यादव, भोला यादव समेत 8 लोगों के नाम शामिल हैं. इस मामले में आरोप है कि यूपीए-1 सरकार में रेल मंत्री रहे लालू यादव ने ग्रुप डी के 12 लोगों को रेलवे में नौकरी दी और बदले में अपने परिवार और करीबी दोस्तों के नाम पर पटना में जमीन ली.
हर बार एक ही सवाल किया जाता है- तेजस्वी
तेजस्वी ने कहा कि जब गड़बड़ी ही नहीं होगी तो सजा क्या होगी। हर बार जांच एजेंसी उनसे पूछती है कि घोटाला हुआ या नहीं, मेरा जवाब यही रहता है कि कोई घोटाला नहीं हुआ। तेजस्वी ने कहा- देश और बिहार की जनता सब कुछ जान और समझ रही है। जनता देख रही है कि देश का क्या माहौल है।
सीबीआई ने 25 मार्च को की थी पूछताछ
इससे पहले तेजस्वी यादव 25 मार्च को सीबीआई के सामने पेश हुए थे. फिर एजेंसी तलब किए जाने पर भी जमकर राजनीति हुई। तेजस्वी यादव सीबीआई के समन के खिलाफ दिल्ली हाई कोर्ट गए थे और पूछताछ के बहाने गिरफ्तारी की आशंका जताई थी. तेजस्वी के वकील ने इसके लिए भोला यादव का उदाहरण दिया था और वीडियो कांफ्रेंसिंग से पूछताछ करने की मांग की थी. तब सीबीआई ने कोर्ट को आश्वासन दिया था कि वह तेजस्वी यादव को अभी गिरफ्तार नहीं करेगी. इसके बाद दिल्ली हाई कोर्ट ने तेजस्वी यादव को 25 मार्च को सीबीआई के सामने पेश होने का निर्देश दिया था. तेजस्वी यादव ने तब बजट सत्र का भी हवाला दिया था