Atique Ahmad Murder: एसटीएफ ने किया खुलासा; डी-2 गैंग के बाबर ने दी थी अतीक-अशरफ को मारने वाली पिस्टल, मारी जा सकती है एक साथ 13 गोलियां


कानपुर

माफिया ब्रदर्स अतीक और अशरफ अहमद की हत्या के मामले में एसटीएफ ने सोमवार को बड़ा खुलासा किया है. बताया जा रहा है कि जिस पिस्टल से अतीक को 8 और अशरफ को 5 गोलियां मारी गई थीं, उसे बाबर ने मंगवाया था, जो डी2 गैंग का सदस्य था. एसटीएफ सूत्रों के मुताबिक अतीक और अशरफ अहमद गोलीकांड में इस्तेमाल पिस्टल बाबर ने मुहैया कराई थी. बाबर की लोकेशन घटना के समय कानपुर में मिली है। वहीं, बाबर के खिलाफ रंगदारी, हत्या और हत्या के प्रयास समेत दर्जनों संगीन अपराधों की प्राथमिकी कानपुर के कई थानों में दर्ज है.

दरअसल, 15 अप्रैल की रात अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद को पुलिस हिरासत में गोली मार दी गई थी. जिसमें दोनों माफिया भाइयों की मौत हो गई। पोस्टमार्टम में अतीक को 8 और अशरफ को 5 गोलियां लगने की पुष्टि हुई थी। हुआ यूँ कि तीन शूटर मीडियाकर्मी के भेष में पुलिस हिरासत में रहे अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को मारने के लिए आगे बढ़ गए. वहां पिस्टल निकालकर उसने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक डी-2 (जिला गैंग) गैंग का सरगना तौफीक उर्फ ​​बिल्लू दाऊद गैंग की तर्ज पर यूपी में साम्राज्य खड़ा करने के लिए जमीनों की खरीद-फरोख्त में शामिल था. गिरोह कानपुर शहर से लेकर राज्य के बाहर भी जमीन खरीद-फरोख्त करता था। वर्ष 2004 में डी-2 गैंग का सरगना तौफीक उर्फ ​​बिल्लू पुलिस मुठभेड़ में मारा गया था। जिसके बाद गिरोह की बागडोर उसके भाई रफीक के हाथ में आ गई। रफीक को वर्ष 2005 में गिरफ्तार किया गया था। इस दौरान परवेज गिरोह ने पुलिस हिरासत में उसकी हत्या करवा दी थी।