गोपालगंज, बिहार
रिपोर्ट : सत्य प्रकाश
गोपालगंज जिले के बैकुंठपुर थाना क्षेत्र के हमीदपुर निवासी सह राजापट्टी के सीएसपी संचालक रामनारायण सिंह की हत्या कर लाखों रुपये लूटने के मामले में बैकुंठपुर थाने की पुलिस ने साहेबगंज क्षेत्र के माधोपुर हजारी गांव के अर्जुन कुमार उर्फ बहेलिया को गिरफ्तार किया है. इसे लेकर 16/4/ 22 को बैकुंठपुर थाना में कांड संख्या 45/2022 की सफल जांच का दावा गिरफ्तार अर्जुन कुमार के स्वीकारोक्ति बयान के आधार पर कर लिया गया. किंतु, चौंकाने वाली बात यह है कि इस मामले का सूत्रधार और लाइनर को पुलिस छू क्यों नहीं रही है?
गिरफ्तार आरोपी अर्जुन कुमार उर्फ बहेलिया ने अपने इकबालिया बयान में कहा है कि आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण वह पैसे कमाने के लिए इधर-उधर की चोरी करने लगा. इसी दौरान उसकी दोस्ती मुकेश कुमार, दीपक कुमार, विकास कुमार गांव माधोपुर हजारी, थाना साहेबगंज, जिला मुजफ्फरपुर व प्रभात कुमार गांव बंगरा, भगवान राय गांव पाखा, व अशोक कुमार गांव गम्हारी थाना बैकुंठपुर जिला गोपालगंज से हुई और सभी ने मिलकर लूटपाट की घटनाओं को अंजाम देना शुरू कर दिया.
एक दिन दिघवा दुबोली में सभी लोग इस बात पर सहमत हो गए कि कोई बड़ी डकैती की जानी चाहिए। अशोक कुमार व भगवान राय की ओर से बताया गया कि रामनारायण सिंह उर्फ गलेडू सिंह का सीएसपी सेंटर राजापट्टी में है और लूट की पूरी योजना बनाई गई थी. 11/2/22 को पांचों लूट की घटना को अंजाम देने के लिए दिघवा दुबौली बाजार में एकत्रित हुए. अशोक कुमार और भगवान राय दिघवा दुबोली स्टेट बैंक की शाखा गए. वहीं अशोक कुमार और भगवान राय लाइनर के रूप में भारतीय स्टेट बैंक दिघवा दुबोली के आसपास नजर रखने लगे. इसी बीच अशोक कुमार ने अपने मोबाइल नंबर 9354111311 से अर्जुन कुमार उर्फ बहेलिया के मोबाइल नंबर 9155967274 पर कॉल कर बताया कि रामनारायण सिंह उर्फ गलेडू सिंह बैंक से पैसे लेकर बैग में रखकर मोटरसाइकिल नंबर बीआर 28एल6681 से सीएसपी सेंटर राजापट्टी बाजार के लिए रवाना हुआ है.
इसी आधार पर अर्जुन कुमार उर्फ बहेलिया व दीपक ने सीएसपी संचालिका रामनारायण सिंह का पीछा कर बैंक लूटना शुरू कर दिया और विरोध करने पर रामनारायण सिंह उर्फ गलेडू सिंह के पेट में गोली मारकर बैग लेकर भाग गए. लूटे गए चार लाख चौहत्तर हजार रुपये में से अर्जुन कुमार उर्फ बहेलिया को पचास हजार का हिस्सा मिला और बाकी का पैसा चारों में बंट गया.
इतने बड़े खुलासों के बाद भी पुलिस लाइनर अशोक कुमार पर हाथ क्यों नहीं डाल रही है? जबकि, बैकुंठपुर और सिधवलिया थानों में अगर सीसीटीवी फुटेज खंगाला जाय तो उसके और स्थानीय पुलिस अधिकारी के रिश्ते से कोहरा तो छट ही जायेगा. जानकारी के अनुसार उसकी पहुंच सफेदपोशों से भी है तथा अपने निजी वाहन से सफेदपोशों को घुमाने भी ले जाता है.