भागलपुर, बिहार
रिपोर्ट : बालमुकुंद कुमार
भागलपुर जिले के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती एक मरीज ने बांका पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा है कि गिरफ्तार करने पहुंची बांका पुलिस ने उनको छत पर से ही नीचे फेंक दिया, जिसके बाद एक वह बुरी तरह घायल है।
दरअसल अफेयर का मामला था, जिसको लेकर लड़की पक्ष के तरफ से थाने में तहरीर दी गई थी। जिसके आधार पर पुलिस ने बिना गिरफ्तारी वारंट के अहले सुबह गिरफ्तार करने के लिए दूसरे पक्ष के घर पहुंच गई। घायल के परिजनों का आरोप है कि बिना गिरफ्तारी वारंट के गिरफ्तार करने पहुंची धोरैया पुलिस ने परिजनों के साथ मारपीट किया और महिला को छत पर से ही फेंक दिया जिसे की उक्त महिला बुरी तरह घायल हो गई। जिसका इलाज भागलपुर के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चल रहा है।
सूत्रों के माने तो घायल को पहले स्थानीय रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां पर डॉक्टरों ने बेहतर उपचार के लिए भागलपुर के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया है। घायल के परिजनों ने पुलिस पर यह भी आरोप लगाया है कि दूसरे पक्ष के लोगों से कुछ रुपए लेकर उनके ऊपर फर्जी मुकदमा कर उनको फसाया जा रहा है। जिसमें एक तथाकथित पत्रकार का भी नाम सामने आ रहा है।
दूसरे पक्ष के तरफ से थाने में दी गई तहरीर के मुताबिक बताया जा रहा है कि उनके घर की एक लड़की का अश्लील फोटो वायरल किया है। जबकि लड़के का परिजनों का कहना है कि उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया है। हालांकि इस पूरे मामले को लेकर जांच का विषय है। बहरहाल लगातार नीतीश सरकार के गुंडा पुलिस गुंडागर्दी करती नजर आ रही है। ज्ञात हो कि भागलपुर के बरारी में भी पुलिस ने एक दुकानदार को बेरहमी तरीके से पीट दिया था। अब बांका पुलिस ने छत पर से ही फेंक दिया गनीमत रही की कोई हताहत नहीं हुई हालांकि घटना के बाद मौके से पुलिस फरार हो गई।