सरिया, गिरिडीह
रिपोर्ट : राज रवानी
▪️ग्रामीण झेत्र की स्वास्थ सुविधा के साथ सवेदक के लापरवाही के कारण खिलवाड़ हो रहा है -डॉ अनुराधा
▪️राजस्व पंचायत की कुल आबादी 8 हजार के कुल 6 गांव का स्वास्थ सुविधा शून्य
सरिया प्रखण्ड छेत्र मे स्वास्थ सुविधा भगवान भरोसे है। सबलपुर पंचायत के उर्रो गांव मे उप स्वास्थ्य केन्द्र लगभग 20 साल पहले बना था, लेकिन स्वास्थ्य विभाग के उदासीनता के कारण यह अर्धनिर्मित भवन ही बन कर रह गया। जिसके बाद बीते 2021 मे इस अर्धनिर्मित उप स्वास्थ्य केन्द्र का जीर्णोद्धार कार्य एजेंसी कार्यपालक अभियंता ग्रामीण विकास विभाग प्रमंडल गिरिडीह के द्वारा कार्य प्रारंभ हुआ और प्राक्कलित राशि 11 लाख तीन हजार चार सौ सात रुपये से इसको पूरा किया गया, ताकि ग्रामीण क्षेत्र के लोगो की स्वास्थ्य सुविधा बेहतर हो सके।
लेकिन संवेदक ने बकाया राशि का हवाला देते हुए स्वास्थ्य केन्द्र का चाबी अपने पास रखा। इस स्वास्थ केन्द्र में प्रतिनियुक्त डॉ अनुराधा ने बताया कि कई बार हम उर्रो स्वास्थ केन्द्र गए, किंतु केन्द्र के मुख्य द्वार पर ताला लगा है। ग्रामीणों के सहयोग से सवेदक से बात किया तो उन्होंने कहा की आप अपने विभाग से बात कीजिये। इस के कारण ग्रामीण छेत्र की चिकित्सा व्यवस्था प्रभावित हो रही है। इसकी सूचना अपने विभाग को मैंने कई बार दी, इसके बाबजूद कोई पहल नही हो पा रहा। पूरे अस्पताल मे ईंट पत्थर व कूड़ा करकट से भर गया है। इस समस्या के कारण लोग निजी क्लीनिक मे अधिक भरोसा करते है।
इस बाबत सबलपुर पंचायत की मुखिया संगीता देवी ने बताया कि उर्रो उप स्वास्थ केन्द्र के विभागिय उदासीनता के कारण लोगो का इलाज नही हो पा रहा है। यहां महिला डॉक्टर अनुराधा की नियुक्ति भी हुई, वो कई बार आई लेकिन उनके बैठने की जगह नही है। सवेदक ने अस्पताल जीर्णोद्धार कार्य के बाद अस्पताल की चाभी नही दिया, जिसके कारण अस्पताल बंद पड़ा रहता है। स्थानीय ग्रामीण एतवारी राणा ने बताया कि यह अस्पताल सालों भर पहले गोहाल रहता था।
गांव के गाय, बैल को यहाँ बांधा जाता था। कुछ साल पहले इसका फिर से जीर्णोद्धार कार्य हुआ, लेकिन अब ठीकेदार का कहना है कि काम का पैसा नही मिला तो चाभी कैसे देंगे; जिसके कारण कई बार महिला डॉक्टर आईं लेकिन मरीजो के इलाज व उनके बैठने की समस्या के कारण वह बैरंग वापस चल जाती है और यह कूड़ा कचरा का ढ़ेर बन कर रह गया। बच्चों को टिका लगवाने के लिये 6 किलोमीटर की दूरी तय कर सरिया अस्पताल जाना पड़ता है।
इस बाबत समाजसेवी पंकज बर्मा ने बताया किब पूरे पंचायत की आबादी लगभग 8 हजार के आसपास है और यह राजस्व पंचायत के अंदर आता है। यह मुख्य रूप से निमाटांड़, पोटमा, विजयपुरा, फकीरापहरि के साथ साथ उर्रो व झरहा अलग से राजस्व गाँव के लोगो का ईलाज का केन्द्र है। विडम्बना यह है कि पहले जानवर रहता था किंतु अभी जीर्णोद्धार के बाद ताला बंद है। सिर्फ सबलपुर ही नही पूरे सरिया प्रखण्ड क्षेत्र की स्वास्थ्य व्यवस्था भगवान भरोसे है। छेत्र के जनप्रतिनिधियों को इस समस्या से कोई लेना देना नही है।