Nalanda: मुसलमान प्रेम और भाईचारा का संदेश फैलाते हैं, शांति और सुरक्षा के है प्रतीक - अनीस रहमान कासमी



नालंदा, बिहार 
रिर्पोट : दीपक विश्वकर्मा

सोगरा वक्फ इस्टेट, बिहार शरीफ और ऑल इंडिया मिल्ली कांसिल, नई दिल्ली के संयुक्त तत्वाधान से "मानवता के महत्व पर चर्चा" विषय पर रविवार को स्थानीय खंदक पर स्थित बीवी सोगरा अल्पसंख्यक बालक छात्रावास में एक दिवसीय विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया।

गोष्ठी की अध्यक्षता सोगरा वक्फ इस्टेट के मोतवल्ली डॉ. सैयद मुख्तारुल हक ने की। इस अवसर पर हजरत मौलाना अनीसुर रहमान कासमी, अध्यक्ष अबुल कलाम रिसर्च फाउंडेशन एवं राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ऑल इंडिया मिल्ली कांसिल, (नई दिल्ली) ने "इस्लाम में गैर-मुस्लिमों के अधिकार" विषय पर सार्थक भाषण दिया। 

उन्होंने संबोधित करते हुए कहा कि इस्लाम धर्म में हर इंसान को जीवन, संपत्ति, सम्मान और प्रतिष्ठा, धर्म, शिक्षा, न्याय, समानता, भाषा और स्वतंत्रता का समान अधिकार है और कोई भी छोटा या बड़ा नहीं है। जातीयता इस्लाम का सिद्धांत यह है कि मनुष्य एक आत्मा से बनाया गया है। उन्होंने आगे कहा कि जो व्यक्ति लोगों पर दया नहीं करता, उस पर तो भगवान भी दया नहीं करते आखिर सभी मनुष्य न केवल समान बनाए गए हैं, बल्कि मौलिक अधिकारों में भी समान हैं। 

उन्होंने आगे कहा कि संपत्ति के मामलों में मुसलमानों और गैर-मुसलमानों के बीच कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए, अतः वर्तमान युग में गैर-मुस्लिमों को सभी सांसारिक मामलों में अपने साथ लेना चाहिए और उनकी गलतफहमियों को दूर करना चाहिए, यह एक बड़ी सेवा होगी। अल्लाह हम सब को बरकत दे। इस सभा में सोग़रा वक़्फ़ इस्टेट के नाएब अव्वल सैयद ज़ैद अहमद, सोग़रा कॉलेज के सचिव एम. बी. शहाबुद्दीन के अलावा गणमान्य लोग उपस्थित थे।