गोपालगंज, बिहार
रिपोर्ट : सत्यप्रकाश
▪️प्रथम फेज में आवंटित किए गए हैं 77 विद्यालयों के लिए पंद्रह लाख चालीस हजार रुपये
▪️जिले के 684 मध्य विद्यालयों में से मात्र 234 मध्य विद्यालयों को ही विभाग द्वारा प्रदान की गई है स्वीकृति
गोपालगंज जिले के राजकीय, राजकीयकृत, अल्पसंख्यक, नव उत्क्रमित माध्यमिक, उच्च माध्यमिक विद्यालय एवं अनुदानित माध्यमिक दो सौ चौंतीस मध्य विद्यालयों के बच्चे मुख्यमंत्री परिभ्रमण योजना 2022-23 के तहत बिहार दर्शन योजना का लाभ ले सकेंगे। शिक्षा विभाग बिहार सरकार के संयुक्त सचिव संजय कुमार ने पत्र जारी कर आवश्यक गाइड लाइन जारी किया है।
विदित है कि जिले के कुल 684 मध्य विद्यालयों में से मात्र 234 मध्य विद्यालयों को विभाग ने चयनित किया है। कुल चयनित 234 मध्य विद्यालयों के लिए 46 लाख 80 हजार रुपए परिभ्रमण योजना पर खर्च होंगे। प्रति विद्यालय 20 हजार रुपये दिए जाएंगे। जिसमें लगभग 50 बच्चे बिहार दर्शन योजना का लाभ ले सकेंगे ।
जारी पत्र में संयुक्त सचिव ने कहा है कि विद्यालय परिभ्रमण के लिए राशि खर्च करने का प्रावधान सिर्फ शिक्षा समिति को है। विद्यालय शिक्षा समिति बैठक कर यह निर्णय लेगी। अगर कोई विद्यालय बिना शिक्षा समिति की अनुमति से बिहार दर्शन योजना के लिए राशि खर्च करता है तो उस पर विभागीय कार्रवाई होगी। मुख्यमंत्री परिभ्रमण योजना के तहत प्राप्त राशि किसी अन्य मद में खर्च नहीं की जायेगी।
इस आशय की जानकारी पत्र में संयुक्त सचिव ने स्पष्ट रूप से दी है। अगर कोई प्रधानाध्यापक परिभ्रमण की राशि किसी दूसरी योजना में व्यय करते हैं तो उन पर विभागीय कार्रवाई होगी। कई प्रधान शिक्षकों ने कहा कि एक ही पंचायत में एक स्कूल को विभाग राशि दे रही है और अन्य स्कूल को राशि नहीं दे रही है। इससे बच्चों का मनोबल कुंठित हो रहा है। पिछले वर्ष भी यही स्थिति थी। मात्र 33 फ़ीसदी स्कूलों को ही राशि दी गई थी।
परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष अजय मिश्रा ने कहा कि सरकार शिक्षकों को बदनाम करने की साजिश रच रही है मात्र 33 फ़ीसदी स्कूलों को चयनित कर के विभाग ने यह साबित कर दिया है कि विभाग भी भेदभाव पूर्ण राजनीति का शिकार है। मुख्यमंत्री बिहार दर्शन योजना के तहत विद्यालयों के छात्र-छात्राओं को शैक्षणिक परिभ्रमण पर ले जाया जाता है।
इस योजना के लिए प्रत्येक विद्यालय को इस मद में खर्च के लिए 20 हजार रूपए दिए जाते हैं। इस वित्तीय वर्ष की राशि को इसी वर्ष में खर्च करना होता है । योजना के तहत एक स्कूल से एक तय संख्या में छात्रों को शैक्षणिक भ्रमण पर ले जाया जाता है। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री बिहार दर्शन योजना के तहत शैक्षणिक परिभ्रमण के लिए जिले के 234 स्कूलों में से पहले फेज में मात्र 77 स्कूलों को राशि उपलब्ध कराई गई है।