Giridih: बिना धक्का मारे नहीं शुरू होती है बिरनी पुलिस की पेट्रोलिंग वाहन, बदलाव की है आवश्यकता



बिरनी, गिरिडीह
रिपोर्ट : पिंकू वर्मा

पुलिस विभाग में सभी पुराने व्यवस्था को हटाकर नए तकनीक से जोड़ा जा रहा है। लेकिन बिरनी में सबकुछ उल्टा देखने को मिल रहा है। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि बिरनी पुलिस की पेट्रोलिंग गाड़ी जिसकी संख्या जेएच ई 5869 है, इसे पेट्रोलिंग के दौरान या फिर पेट्रोलिंग में निकलने से पहले धक्का मारना पड़ता है या फिर गैरेज ले जाना पड़ता है; तब जाकर गाड़ी स्टार्ट होती है। और अगर फिर भी वाहन स्टार्ट नहीं होता है तो फिर ऑन ड्यूटी पेट्रोलिंग कर्मी उसे धक्का मारते हैं या फिर दूसरे वाहन से टोचन करते हैं तब जाकर वह घटनास्थल पर पहुंचते हैं। 

इतना ही नहीं अगर वाहन शुरू हो जाता है और पुलिस निकल जाती है तो इस बीच यदि गाड़ी को तेजी से चलाया जाए तो संदेह बना रहता है कि कहीं चक्का, इंजन व गाड़ी की बॉडी अलग न हो जाए। बता दें समय के साथ लगभग सभी विभाग का तकनीक बदल रहा है, परन्तु पुलिस आधुनिकीकरण की प्रक्रिया में कछुए की चाल से चल रही है। 

पेट्रोलिंग के लिए पुलिस के पास सरकारी जीप तो है परंतु ऐसे जीप का क्या फायदा जिसे प्रत्येक दिन धक्का मारना पड़ता है या हमेशा गैरेज भेजना पड़ता है। जानकारों के अनुसार कई बार बिरनी पुलिस को पेट्रोलिंग छोड़कर या घटनास्थल पर जाने से पहले गैरेज ले जाना पड़ता है या धक्का मारना होता है। बता दें पुलिस की इस जीप से बरसात में पेट्रोलिंग करना काफी मुश्किल होता है क्योंकि छत से पूरे गाड़ी में पानी टपकते रहता है, जिससे सभी भींग जाते हैं। ऐसे हाल में यदि पुलिस अपराधी को पकड़ना चाहे तो इस कबाड़ा गाड़ी के कारण उल्टा अपराधी ही पुलिसकर्मी के साथ अप्रिय घटना को अंजाम दे सकते हैं ।

क्या कहते हैं एसडीपीओ

इस संबंध में पूछे जाने पर एसडीपीओ नौशाद आलम ने कहा कि गाड़ी की व्यस्था विभाग की ओर से की जाती है। बिरनी में गाड़ी की समस्या है, विभाग को इसके लिए लिखा गया है।