Latehar: जंगली हाथियों द्वारा कुचले जाने से एक ही परिवार के 3 सदस्यों की हुई मौत


लातेहार

लातेहार के चंदवा प्रखंड में जंगली हाथियों का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा है. चंदवा थाना क्षेत्र के एक ईंट भट्ठे में देर रात हाथियों ने पहुंचकर तीन साल की बच्ची समेत तीन लोगों की जान ले ली. बताया जा रहा है कि तीनों मृतक एक ही परिवार के थे। ईंट भट्ठे में काम करने वाले मजदूर अपनी पत्नी और एक छोटी बच्ची के साथ झोपड़ी में सो रहे थे. इसी बीच हाथियों के झुंड ने ईंट भट्ठे पर हमला बोल दिया और तीनों को कुचल कर मार डाला।

बता दें कि मरने वालों में पति-पत्नी फानू भुइयां (26), बबीता देवी (23) और बेटी मंजिषा कुमारी शामिल हैं। तीनों शवों को कब्जे में लेकर वन विभाग व चंदवा पुलिस ने आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। उक्त लोग चंदवा-मल्हन-मैक्लुस्कीगंज मार्ग स्थित मल्हन गांव के पास संचालित एन-1 ईंट भट्ठा में मजदूर के रूप में काम कर रहे थे. अन्य मजदूरों ने बताया कि गुरुवार की रात करीब साढ़े बारह बजे हाथियों के झुंड ने ईंट भट्ठा परिसर में धावा बोल दिया. हाथियों की शरारत से फनू जाग गया। उसने अपने परिवार को उठाया और वहां से भागने लगा। बच्चा बबिता की गोद में था। उक्त तीनों लोग हाथियों के चंगुल में फंस गए। हाथियों ने महिला और बच्चे को रौंदकर और कुचल कर मार डाला।

पुलिस ने बताया कि घटना गुरुवार देर रात करीब 1.30 बजे की है। चंदवा थाने के इंस्पेक्टर अमित कुमार ने बताया कि ईंट भट्ठा इलाके में आधी रात के बाद हाथियों का झुंड आया और परिवार के तीनों सदस्यों को कुचल कर मार डाला. हाथियों के झुंड ने भी क्षेत्र में उत्पात मचा रखा है। हालांकि ईंट भट्ठे में काम कर रहे अन्य मजदूर भाग निकलने में सफल रहे। उन्होंने बताया कि शुक्रवार सुबह तीनों शवों को थाने लाया गया और उन्हें पोस्टमॉर्टम के लिए लातेहार अस्पताल भेज दिया गया है.

लातेहार के डीएफओ रोशन कुमार ने बताया कि पिछले कई दिनों से बालूमाथ और चंदवा वन परिक्षेत्र के बीच करीब 14 हाथियों का आना-जाना लगा हुआ है. यह झुंड गुरुवार शाम चकला इलाके में देखा गया और इसके बाद लोगों को सतर्क किया गया. उन्होंने कहा कि मजदूर देर रात सो रहे थे, इसलिए उन्हें हाथियों का झुंड नहीं मिला. डीएफओ ने कहा कि घटना में मारे गए लोग गढ़वा जिले के हैं और उनके परिवार के एक रिश्तेदार को तत्काल राहत के तौर पर 60 हजार रुपये दिए गए हैं.