हजारीबाग
एटीएम में कैश डालने वाली कंपनी के पांच एजेंटों ने लगभग डेढ़ करोड़ रुपए का गबन किया है। इस मामले में कंपनी सेक्युलर वैल्यू इंडिया लिमिटेड के प्रबंधक कदमा, जमशेदपुर निवासी विश्वास राव (पिता अप्पा राव) ने सदर थाने में मुकदमा संख्या 221/23 दर्ज कराया है. पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान सबलाडीह निवासी महेंद्र यादव (पिता सुरेश यादव), सुल्ताना निवासी सुनील कुमार गुप्ता (पिता लोकनाथ भोक्ता), सबलाडीह निवासी संकेत कुमार (पिता रघुनाथ यादव) और विकास कुमार के रूप में हुई है. पुलिस ने गिरफ्तार सभी आरोपियों का कोविड टेस्ट कराकर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
पूरा मामला क्या है
कैश लोडिंग का काम सेक्युलर वैल्यू इंडिया लिमिटेड रांची की कंपनी करती है. हजारीबाग में कंपनी के 2 रूट हैं, जिसमें कैश लोडिंग का काम अलग-अलग लड़के करते हैं। इसमें हजारीबाग के महेंद्र यादव, सुनील कुमार भोक्ता, रोहित कुमार सिंह, रॉकी कुमार व संकेत कुमार कैश लोडिंग का काम करते थे. आवेदन के मुताबिक कंपनी की ओर से 15 मई से 23 मई तक औचक निरीक्षण यानी कैश लोडिंग के काम का ऑडिट किया गया. ऑडिट में सामने आया कि इन लोगों द्वारा एक करोड़ 23 लाख 49 हजार 400 रुपये का गबन किया गया है. 17 मई को महेंद्र यादव और सुनील कुमार भोक्ता ने एक्सिस बैंक में कैश लोडिंग के दौरान 20 लाख रुपये गबन कर लिया. इसी तरह रॉकी और रोहित ने भी पैसों का गबन किया था। कुल एक करोड़ 43 लाख 49 हजार 400 रुपये का गबन सामने आया है।
चार को पुलिस को सौंप दिया
ऑडिटर अमरीश कुमार व रोशन कुमार झा ने बताया कि कंपनी के लोकेशन प्रभारी विकास कुमार भी गबन में शामिल थे. कंपनी के मैनेजर निवास राव ने जब इन चारों आरोपियों से पूछताछ की तो इन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया। इसके बाद प्रबंधक ने चारों को सदर थाने के हवाले कर दिया. अन्य दो आरोपी रोहित कुमार सिंह और महेंद्र यादव भागने में सफल रहे.
पुलिस क्या कहती है
सदर थाना प्रभारी सह निरीक्षक अमित कुमार लकड़ा ने बताया कि डेढ़ करोड़ के गबन मामले में पुलिस ने मामला दर्ज कर त्वरित कार्रवाई करते हुए 4 आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. अन्य दो फरार आरोपितों व मामले में शामिल अन्य आरोपितों को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।