हजारीबाग
शहर के चर्चित महेश्वरी परिवार के छह सदस्यों की हत्या की गुत्थी सीआईडी ने सुलझा ली है। CIA ने कोर्ट में 54 पेज की चार्जशीट दाखिल कर कहा है कि ड्राई फ्रूट कारोबारी नरेश माहेश्वरी ने परिवार के पांच लोगों की हत्या की थी. वृद्ध माता-पिता व पत्नी को पंखे के फंदे से लटका कर मार डाला। वहां बेटी आनंदी की गला रेतकर हत्या कर दी गई, जबकि बेटे अमन की गला रेत कर हत्या कर दी गई। इसके बाद उसने अपार्टमेंट की छत से कूदकर आत्महत्या कर ली।
कर्ज के बोझ तले दबा था माहेश्वरी परिवार
कोर्ट में दाखिल चार्जशीट में सीआईडी ने बताया है कि हत्यारे तक पहुंचने के लिए अलग-अलग जांच रिपोर्ट, पूछताछ की लंबी प्रक्रिया और घर से मिले अलग-अलग तरह के दस्तावेजों की जांच की गई. इस दौरान पता चला कि माहेश्वरी परिवार कर्ज के बोझ तले दबा हुआ है। वहीं, एलआईसी का बकाया प्रीमियम, बाजार से लिया कर्ज, खाली बैंक खाता और बैंक में फ्लैट गिरवी रखना भी उनकी परेशानी की वजह रहे. इसके अलावा परिवार का मेवे का कारोबार भी नहीं चल रहा था।
आसान मौत के लिए गूगल से ली जानकारी
सीआईडी की चार्जशीट में बताया गया है कि माहेश्वरी ने परिजनों की आसान मौत के लिए अपने मोबाइल फोन से गूगल से कई जानकारियां हासिल करने की कोशिश की थी. नरेश माहेश्वरी ने क्लोरोफॉर्म, ईथर और सल्फास पर गूगल पर क्लिक किया था और बचने की संभावना भी देखी थी।
चार्जशीट में सीएसएफएल की रिपोर्ट का जिक्र करते हुए बताया गया है कि नरेश माहेश्वरी और पत्नी प्रीति माहेश्वरी द्वारा लिखा गया सुसाइड नोट और एग्रीमेंट पेपर GEQD रिपोर्ट में उन्हीं का लिखा हुआ बताया गया है. वहीं, कमरे के अंदर और बाहर मिले खून के धब्बे एक ही परिवार के हैं. घटना के कारणों तक पहुंचने के लिए सीआईडी ने घटना स्थल पर रीक्रिएट भी किया।
14 जुलाई 2018 की घटना
14 जुलाई 2018 को खजांची तालाब के पास शुभम अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर-303 में माहेश्वरी परिवार के छह सदस्यों के शव मिले थे. मृतकों में महावीर माहेश्वरी, उनकी पत्नी किरण अग्रवाल, बहू प्रीति अग्रवाल, पुत्र नरेश माहेश्वरी, पोता अमन और पोती आनवी शामिल हैं।