Giridih : तिसरी में धड़ल्ले से हो रहा है ढीबरा का अवैध कारोबार, माफियाओं की चांदी



गिरिडीह

गिरिडीह जिले के तिसरी से इन दिनों ढिबरा का अवैध परिवहन रात के अंधेरे में धड़ल्ले से किया जा रहा है। सप्ताह में 2 से 3 दिन एक साथ कई ट्रक गिरिडीह के परसाटांड़ समेत एक दो इलाकों में भेजे जाने की जानकारी मिल रही है। किंतु हैरत की बात यह है कि विभाग कोडरमा से आने वाली अवैध माइका को पकड़ लेती है लेकिन तिसरी से जा रही वाहनों को पकड़ने में असमर्थ साबित हो रही है। आखिर ऐसा क्यूं है?

जी हां, यह सवाल कइयों के जेहन में दौड़ रहा है और इसे लेकर कई तरह की चर्चाएं भी क्षेत्र में हो रही है कि किस प्रकार ढिबरा माफिया तिसरी से अवैध ढिबरा ट्रकों में भरकर गिरिडीह पहुंचा रहे है। हालांकि इसकी पुष्टि हम नही करते हैं, लेकिन लोगों की माने तो यह 100 प्रतिशत सच है। 

क्षेत्र में हो रही चर्चाओं और मिली जानकारी के अनुसार तिसरी प्रखंड स्थित पदनाटांड़, तिसरी खिजरी मुख्य मार्ग स्थित पेट्रोलपंप, गम्हरियाटांड, खिजरी समेत कई जगहों पर माइका के गोदाम अब भी संचालित है। साथ ही कई जगह डंप यार्ड भी बनाया गया है। जहां प्रतिदिन ट्रैक्टर के माध्यम से ढिबरा पहुंचाया जाता है। जिसे बाद में रात के अंधेरे में गिरिडीह के लिए ट्रकों से भेज दिया जाता है। प्राप्त जानकारी के अनुसार तिसरी में ढीबरा माफिया द्वारा अब तक लगभग 40 ट्रक ढिबरा गिरिडीह भेजा जा चुका है। जिसमे से कुछ ट्रक रविवार की देर रात ही भेजे जाने की चर्चा है। जबकि रविवार की दोपहर वन विभाग गिरिडीह द्वारा यात्री बस में ढीबरा का ले जाने की सूचना पर कार्यवाही की गई थी। जिससे यह साफ प्रतित होता है कि माफियाओं के हौसले कितने बुलंद है और उनकी खुफिया तंत्र कितनी मजबूत है।

पूर्व में की जा चुकी है कार्यवाही

बता दें कि ढीबरा के अवैध कारोबार के विरुद्ध वर्ष भर पहले खनन व वन विभाग द्वारा जोरदार छापेमारी अभियान चलाया गया था। इस दौरान तिसरी में कई गोदामों को सील किया गया था। साथ ही कई पर प्राथमिकी भी दर्ज की गई थी। वहीं कुछ को जेल भी भेजा गया था।

विभाग व पुलिस के सूचना तंत्रों पर खड़े हुए सवाल

क्षेत्र में लोगों के बीच हो रहे चर्चे के अनुसार तिसरी से भेजे गए लगभग 40 ट्रक अवैध ढिबरा ना सिर्फ पुलिस की कार्यशैली पर बल्कि वन व खनन विभाग के सूचना तंत्रों पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि क्षेत्र में ढीबरा बंद होने का सिर्फ हल्ला है लेकिन इसकी आड़ में कई ट्रक अवैध ढिबरा गिरिडीह भेज दिया गया है। आखिर ऐसा कैसे हो सकता है कि इतनी बड़ी तादाद में ट्रक निकले और विभाग व प्रशासन को भनक भी ना हो।

तिसरी पुलिस की कार्यवाही से आया था मामला सामने

बता दें कि पहले तो चोरी छिपे ढीबरा का कारोबार होने की सभी को जानकारी थी। किंतु कुछ दिन पूर्व द्वारा तिसरी पुलिस द्वारा ढीबरा लदे ट्रैक्टर पकड़े जाने से और चालक को जेल भेजे जाने से पूरा मामला सभी के सामने आ गया। जिसके बाद क्षेत्र में जितनी मुंह उतनी बातें होना शुरू हो गई।

क्या कहते हैं डीएमओ

इस संबंध में पूछे जाने पर डीएमओ सतीश नायक ने कहा कि ढीबरा के अवैध खनन व परिवहन के रोकथाम के लिए उनके द्वारा लगातार कार्यवाही की जाती है। तिसरी में व्यापक पैमाने पर ढिबरा निकलने और भेजे जाने की उन्हे कोई जानकारी नहीं है। अब उन्हे जानकारी मिली है तो इस पर अवश्य कार्यवाही की जाएगी। वहीं जब इसकी जानकारी डीएफओ प्रवेश अग्रवाल से लेने के लिए फोन के माध्यम से संपर्क किया गया तो उन्होंने कॉल का जवाब नहीं दिया, जिससे किसी प्रकार की जानकारी नहीं मिल पाई।