Dhanwar: 4 आरामिलों को जमींदोज करते हुए वन विभाग की टीम ने जब्त की 20 लाख की लकड़ी


धनवार, गिरिडीह

धनवार अंतर्गत घोड़थंबा क्षेत्र में स्थित अवैध आरा मिलों के खिलाफ गिरिडीह वन विभाग के दो डिविजन ने गुरुवार को चार आरा मिलों को ध्वस्त कर दिया. और करीब 20 लाख की लकड़ी जब्त की है। यह कार्रवाई गुरुवार को धनवार के घोड़थंबा इलाके में की गई। इस कार्रवाई के दौरान वन विभाग के सुरक्षाकर्मियों के साथ डीएफओ प्रवेश अग्रवाल व अंकित सिंह भी शामिल हुए. दोपहर 12 बजे शुरू हुई कार्रवाई शाम 4 बजे तक चलती रही।

इस दौरान घोड़थंबा में दोनों डीएफओ को इलाके में चल रहे अवैध आरा मिलों की जानकारी मिली. इसलिए उन सभी आरा मिलों में कार्रवाई जारी रही। इसकी शुरुआत गुड्डू मियां की आरा मिल से हुई, जहां शीशम, गुम्हार, लिप्टस और कटहल के पेड़ों की कीमती लकड़ी का भंडार मिला। जबकि गुड्डू मियां द्वारा संचालित आरा मिलों में लकड़ी का नया स्टॉक काटने के लिए तैयार रखा गया था। कार्रवाई शुरू होने पर उन्हें भी काटने की तैयारी चल रही थी। लिहाजा पहले इस आरामील को जेसीबी से तोड़ा गया। वहीं पश्चिमी डीएफओ अंकित सिंह के निर्देश पर मिल में रखा सारा स्टॉक जब्त कर वन विभाग कार्यालय भेज दिया गया।

इसके बाद दूसरी कार्रवाई घोड़थंबा की उमा पांडेय की अवैध आरा मिल में शुरू हुई। जहां महंगी लकड़ी काटकर तैयार किया जाता था। तो गम्हार, शीशम सहित कई अन्य पेड़ों की लकड़ी का तैयार स्टॉक भी पड़ा हुआ था। इस दौरान उमा पांडेय की आरा मिलों को तोड़ते हुए वहां मौजूद सारा स्टॉक जब्त कर लिया गया. इसके बाद घोड़थंबा की दो और आरा मिलों में दोनों डीएफओ की कार्रवाई जारी रही। लिहाजा इन दोनों आरा मिलों में अलग-अलग प्रजाति की लकड़ी का भंडारण किया जाता था। जिसे जब्त कर लिया गया।

वहीं दोनों आरा मिलों को जेसीबी से पूरी तरह तोड़ दिया गया। डीएफओ प्रवेश अग्रवाल के मुताबिक, फिलहाल इन दोनों आरा मिलों के संचालकों के नाम स्पष्ट नहीं हो सके हैं। लेकिन जानकारी जुटाई जा रही है। इसके बाद चारों आरा मिल संचालकों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा। जबकि चारों आरा मिलों से 15 हाईवे से लकड़ी का स्टॉक धनवार रेंजर कार्यालय ले जाया गया। जिसकी कीमत करीब 20 लाख है।