तिसरी, गिरिडीह
रिपोर्ट : पिंटू कुमार
गंगा सप्तमी के अवसर पर शांतिकुंज हरिद्वार के दिव्य संरक्षण में एवं प्रांतीय युवा प्रकोष्ठ झारखंड के मार्गदर्शन में भागीरथी जलाभिषेक योजना के अंतर्गत गिरिडीह जिले के चंदौरी सकरी नदी तट पर एवं लोकाय के भुलाडीह जलाशय पर प्रतीकात्मक जल स्रोतों की सफाई किया गया है।
जानकारी देते हुए प्रांतीय युवा प्रकोष्ठ के यूथ मोटीवेटर सुरेश कुमार ने बताया कि इतनी वैज्ञानिक प्रगति के बावजूद ऐसी कोई मशीन नहीं बनी है, जो पानी को बना सके। पानी को सिर्फ बचा सकते हैं। "जल है तो कल है" इसीलिए भागीरथी जलाभिषेक योजना के अंतर्गत जल स्रोतों को जीवित रखना एवं उनका साफ सफाई रखना वर्तमान समय के युग धर्म है।
साथ ही कहा कि पानी को बनाया नहीं जा सकता है लेकिन बचाया जा सकता है। चाहे मुंह धोना हो अथवा स्नान करना हो, नल खुला ना छोड़े। साबुन लगाते समय भी इन बातों का ध्यान रखें। क्योंकि मुंह धोने के लिए एक लोटा पानी पर्याप्त है तथा स्नान के लिए एक टब, किंतु इसका ध्यान हम लोग रख नहीं पाते हैं। आज सरकार घर घर नल योजना के अंतर्गत पानी पहुंचा रही है किंतु जन जागरूकता के अभाव में पानी की बर्बादी मनुष्य का स्वभाव बन गया है। इसको ठीक करना होगा।
इस अवसर पर युवा प्रकोष्ठ गिरिडीह के मनोज कुमार शर्मा, महेश कुमार मोदी, श्री प्रमोद राम तथा संरक्षक श्री बालमुकुंद राम, महिला मंडल चंदौरी की अध्यक्ष विजयंत कपीस्वे, सुनीता देवी, उषा कपिस्वे, स्मृति देवी, सुषमा देवी, बसंती देवी सहित कई उपस्थित रहे। वही लोकाय के भुलाडीह के जलाशय की प्रतीकात्मक सफाई के दौरान तुलसी राय के नेतृत्व में बड़ी संख्या में ग्रामीण महिलाओं ने भाग लिया। अंत में पवित्रीकरण के बाद भगवान भास्कर को सामूहिक अर्ध्य व मां गंगा की आरती किया गया एवं शांति पाठ के साथ समापन किया गया।