साहिबगंज
राधानगर थाना क्षेत्र के एक गांव से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. मीरजानगर गांव निवासी रतन मंडल की 6 वर्षीय पुत्री अमृता कुमारी गुरुवार की सुबह गांव के बांस की झाड़ी में खून से लथपथ हालत में मिली. थाना क्षेत्र के पश्चिमी उधवा पंचायत के मिर्जानगर गांव निवासी रतन मंडल की पत्नी लक्ष्मी देवी ने बताया कि उसका पति रतन मंडल मजदूरी करने दिल्ली गया हुआ है. वह दिल्ली में खिलौने बेचता है। उनका परिवार बहुत गरीब है।
बिस्तर पर सो रही थी अमृता
उन्होंने बताया कि बीते बुधवार की रात उनकी 6 वर्षीय बेटी अमृता कुमारी घर के बिस्तर पर सोई थी. इस दौरान अमृता कुमारी की मां किचन में खाना बनाने चली गईं। खाना बनाकर जब वह अपनी बेटी के पास गई तो देखा कि बच्ची बिस्तर पर नहीं है। तभी उसने आसपास के लोगों और थाने को सूचना दी। इधर उसकी मां ने ग्रामीणों की मदद से आसपास काफी खोजबीन की लेकिन कुछ पता नहीं चला। घटना की जानकारी मिलने के बाद राधा नगर थाना पुलिस ने परिजनों से मुलाकात कर मामले की जानकारी ली और पुलिस ने भी आसपास काफी तलाश की लेकिन कोई सुराग नहीं मिला.
बांस की झाड़ी में खून से लथपथ मिली बच्ची
वहीं गुरुवार की सुबह कुछ ग्रामीण शौच के लिए गांव की बांस की झाड़ी के पास गए तो देखा कि एक बच्ची खून से लथपथ पड़ी है. वे शोर मचाने लगे। तत्काल उनकी सूचना पुलिस को दी गई। घटना की सूचना मिलते ही राधा नगर थाना प्रभारी राकेश कुमार बल सहित मौके पर पहुंचे और आनन-फानन में बच्ची को उपचार के लिए राजमहल अनुमंडलीय अस्पताल ले गए, जहां डॉ. देवेंद्र बोस ने प्राथमिक उपचार किया. बेहतर इलाज के लिए उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया।
परिजनों की ओर से अभी तक कोई लिखित शिकायत नहीं आई है
इधर परिजन बच्ची को इलाज के लिए साहिबगंज ले गए जहां उसका इलाज चल रहा है। बताया जा रहा है कि बच्ची की हालत गंभीर बनी हुई है. इस संबंध में राधानगर थाना प्रभारी राकेश कुमार ने कहा, 'मामले की सूचना दी गई है, लेकिन अभी तक परिजनों की ओर से कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है. उसे इलाज के लिए भेजा गया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। डॉक्टर के इलाज के बाद ही मामले की जानकारी मिल सकती है।
रेप के बाद हत्या का प्रयास
पुलिस इस मामले में कई पहलुओं पर जांच में जुट गई है। पुलिस का मानना है कि शायद हत्या के इरादे से किसी ने बच्ची के साथ ऐसा किया है। उसके साथ दुष्कर्म करने की कोशिश करने के बाद उसने हत्या करने की कोशिश की होगी।
ग्रामीणों ने चंदा इकट्ठा कर इलाज के लिए भेजा
ग्रामीणों ने बताया कि रतन मंडल का परिवार बेहद गरीब है. रतन मंडल मजदूरी कर किसी तरह अपने परिवार का भरण पोषण करता है। ग्रामीणों ने उनकी आर्थिक स्थिति को देखते हुए आपस में चंदा जुटाया और बच्ची को इलाज के लिए भेज दिया.