नालंदा, बिहार
रिपोर्ट : दीपक विश्वकर्मा
देशरत्न डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जयंती रहुई प्रखंड सभागार में जनता दल योजना के द्वारा श्रद्धा पूर्वक मनाई गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता जदयू प्रखंड अध्यक्ष संजय पटेल उर्फ राकेश मुखिया और संचालन मो. निशात आलम ने किया। इस मौके पर ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, सासंद कौशलेन्द्र कुमार व राष्ट्रीय महासचिव ई. सुनील कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वल्लित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर मंत्री श्रवण कुमार को जदयू. नेता भवानी सिंह ने शाॅल देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि अम्बेडकर साहब दलितों व शोषितों की हक की लड़ाई जीवनभर लड़ते रहे। उन्होंने सभी वर्गो के गरीबों के लिए आबाज उठाई। उनके द्वारा बनाये गये संबिधान में आरक्षण की बजह से मंत्री बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। अम्बेडकर के बताये रास्ते पर चलने से ही सभी वर्गो का विकास संभव हो सकेगा। सांसद कौशलेन्द्र कुमार ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार भीमराव अम्बेडकर के बताये मार्ग पर ही चल रहे है। सात निश्चय योजना की शुरूआत दलित टोले से किया था। ताकि, सबसे पहले दलितों को विकास हो सके। रहुई की पावन धरती ही नीतीश कुमार को सीएम बनाया। जदयू महासचिव ने कहा कि अम्बेडकर साहब की देन है कि आज सभी समाज का उत्थान हो रहा है। सीएम उनके नक्शे कदम पर चलकर सूबे का विकास करने में लगे है।
जदूय के पुराने नेता राजेन्द्र दास ने लोकसभा चुनाव में सीएम नीतीश कुमार की हाथों को मजबुत करने की अपील की। इस अवसर पर मैट्रिक में रहुई प्रखंड के स्कूल टॉपरों व अनुसूचित जाति की प्रथम श्रेणी की बच्चियां समेत 74 को मेडल, कलम व प्रश्स्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। जदयू नेता भवानी सिंह की तरफ से दलित, महादलित मैट्रिक में टॉपर छात्र छात्राओं को विशेष पुरस्कार से सम्मानित किया गया। ताकि, आगे जीवन में बेहतर कर सके। कार्यक्रम को चार चांद लगाने में ज्ञान गंगोत्री विकास संस्था के भरत सिंह पटेल ने कोई कोस कसर नहीं छोड़ी।
मौके पर प्रखंड प्रमुख बाबुलाल राम, उपप्रमुख राकेश रंजन, शशिकांत कुमार टोनी, रिकी कुमार, भवानी सिंह, ललन प्रसाद, राजेन्द्र दास, राजीव कुमार, ह्रयद सागर रविदास, रामदेव रविदास, रामपृत दास, संजय पासवान, उपेन्द्र पासवान, कारू दास, नीतीश कुमार, अलबेला राय, अरूण वर्मा, अनिल पांडेय, विजय सिंह, डब्लू पासवान, संजय पासवान, जनार्दन पंडित व अन्य मौजूद थे।