नालंदा, बिहार
रिपोर्ट : दीपक विश्वकर्मा
जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर के निर्वाण स्थली पावापुरी जल मंदिर की चाहरदीवारी को गुरुवार की रात शरारती तत्वों द्वारा एक बार फिर से तोड़ दिया गया। उक्त बातों की जानकारी देते हुए जैन श्वेतांबर भंडार तीर्थ पावापुरी के संयुक्त सचिव जे सी सुचन्ति ने बताया कि यह किसी असामाजिक तत्वों की करतूत है, जिसने दुबारा चहारदीवारी को तोड़ दिया। बीते 4 माह पूर्व 27 दिसंबर कि बीती रात शरारती तत्वों के द्वारा पहले भी जल मंदिर की चाहर दीवारी को तोड़ दिया गया था। जिसकी सूचना मिलने के बाद राजगीर डीएसपी प्रदीप कुमार मौके पर पहुंच कर घटना का जायजा लिया था और स्थानीय थाने को निर्देश दिया था कि जल मंदिर के आसपास गस्ती बढ़ाई जाए एवं रात्रि 9:00 बजे के बाद जल मंदिर परिसर में प्रवेश वर्जित कर दिया जाय।
रात्रि 9:00 बजे के बाद जल मंदिर परिसर में कोई पाया जाए तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई किया जाए। साथ ही घटना के संबंध में जांच का भी आदेश दिए गए थे। पुलिस द्वारा समुचित कार्रवाई नहीं किये जाने से शरारती तत्वों ने एक बार फिर से जल मंदिर की चाहर दीवारी को तोड़ दिया। जिसकी सूचना स्थानीय थाना को भी दे दी गई है। जल मंदिर के चारों साइड लगे कटीले तारों को भी शरारती तत्वों के द्वारा आए दिन काट दिया जाता है और दीवार के सहारे मवेशियों को बांधा जाता है। जल मंदिर कर्मी के द्वारा मना करने के बाद भी इस तरह के घटना को अंजाम दिया जाता है। हम आपको बता दें पावापुरी जैन धर्मावलंबियों के आस्था का मुख्य स्थल है, जहां देश विदेश के सैलानी आते हैं। बावजूद इसके इस प्रकार की कार्रवाई से जैन समुदाय के लोगों में रोष व्याप्त है ।