सरायकेला
झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिले के चौका थाना क्षेत्र के मुटुड़ा जंगल से एक दंपत्ति का सड़ा गला शव मिलने से हड़कंप मच गया. पुलिस ने जंगल से शव बरामद करने के बाद दोनों मृतकों की पहचान चौका थाना क्षेत्र के मुटुदा गांव निवासी 50 वर्षीय सोमा मुंडा और उसकी 45 वर्षीय पत्नी एतवारी मुंडाइन के रूप में की है. दरअसल, जादू-टोना के शक में गांव में रहने वाले 7 लोगों ने कुल्हाड़ी से काटकर दोनों पति-पत्नी की बेरहमी से हत्या कर दी थी.
हत्या करने के बाद साक्ष्य मिटाने के उद्देश्य से दोनों के शवों को गांव से कुछ दूरी पर स्थित बीहड़ जंगल में फेंक दिया था. आरोपी ने जनवरी 2023 में ही हत्या को अंजाम दिया था. हत्या की घटना के करीब 65 दिन बाद दोनों पति-पत्नी के शव सड़ी-गली अवस्था में बरामद किए गए हैं, चौका थाने की पुलिस ने हत्या को अंजाम देने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी शुरू कर दी है. फिलहाल दंपती की हत्या करने वाले सभी आरोपी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं.
मृतक दंपति सोमा मुंडा व एतवारी मुंडाइन के परिजनों के अनुसार उनके पड़ोस में रहने वाले एक व्यक्ति को गंभीर बीमारी थी, काफी इलाज के बाद भी वह ठीक नहीं हो सका, बीमार व्यक्ति के परिजनों व अन्य ग्रामीणों ने सोमा मुंडा व उसकी पत्नी इतवारी पर डायन बिसाही व अपनी बीमारी के लिए जिम्मेदार होने का आरोप लगाया. इसी दौरान अचानक ग्रामीण आक्रोशित हो गए और जनवरी माह में जबरन घर में घुस गए और सोते समय सोमा मुंडा व उनकी पत्नी को कुल्हाड़ी से काट कर मार डाला. हत्या को उस वक्त अंजाम दिया गया जब मृतक सोमा मुंडा की वृद्ध विकलांग मां और 10 वर्षीय पुत्र गुरुआ मुंडा घर में सो रहे थे.
मृतक सोमा मुंडा की पत्नी इतवारी मुंडाइन के भाई सनातन मुंडा ने अपनी बहन और जीजा की हत्या को लेकर चौका थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है. जिसमें उसने मृतक के सात पड़ोसियों पर आपसी विवाद के बाद साजिश के तहत हत्या कर शव को जंगल में फेंकने का आरोप लगाया है। थाने में दर्ज शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी शुरू कर दी है. जंगल से दंपती का शव बरामद होने की सूचना मिलते ही नक्सल प्रभावित क्षेत्र स्थित मुटुदा गांव में हड़कंप मच गया. अधिकांश गांव के पुरुष पुलिस द्वारा पूछताछ किए जाने और पकड़े जाने के डर से फरार हो गए हैं.