गोपालगंज, बिहार
रिपोर्ट : सत्य प्रकाश
गोपालगंज जिले के पंचदेवरी प्रखंड की विभिन्न पंचायतो के चार प्रगतिशील किसानों का चयन सेब की खेती करने के लिए किया गया है। ये चारों किसान गेंहू, मक्का, धान,गन्ना सहित कई तरह की सब्जियों के साथ-साथ अब सेब की भी खेती कर रहे हैं।
बता दें वर्ष 2021- 22 में कृषि विभाग ने सेब की खेती के लिए इन प्रगतिशील किसानों का चयन किया था। उद्यान विभाग ने चयनित प्रत्येक किसान को 25 - 25 सेब का पौधा उपलब्ध कराया था। प्रखंड की बनकटिया पंचायत के लोहटी गांव के किसान उपेंद्र कुमार पांडेय, मगहिया पंचायत के छितौना गाँव के किसान मिथलेश सिंह, कुइसा खुर्द पंचायत के मुन्ना पड़ित एवं महुआवा पंचायत के मोतीपुर के किसान रंजीत राय सहित चार किसान शामिल हैं।
इन किसानों को हरमन 99 प्रजाति के सेब के 25-25 पौधे आत्मा गोपालगंज द्वारा निशुल्क उपलब्ध कराया गया था।
सेब के पौधो को अपने खेतों में लगाकर ये किसान सेब की खेती बेहतर रूप में करने में लगे है। इस प्रजाति के पौधों को किसी भी जलवायु में आसानी से उगाया जा सकता है। शीत काल मे सेव का पौधा सुप्त अवस्था मे रहता है। इसलिए इस प्रजाति के पौधे को दिसम्बर से फरवरी माह में लगाया जाता है। हालांकि इन पौधों में अभी तक किसी विशेष बीमारी का खतरा नहीं देखने को मिला है। परंतु इन पौधों की सुरक्षा आवारा पशुओं, दीमक एवं खर पतवार से की जानी चाहिए।
कृषि विभाग के अधिकारी ने बताया कि पौधा जब फल देना शुरू कर दे तो वर्ष में एक बार नवम्बर से दिसम्बर माह में पौधे की कटाई- छटाई करनी चाहिए।इससे पौधे में नई-नई शाखाएं विकसित होती हैं।इस तरह से खेती के कई आधुनिक तकनीक को अपनाकर खेती से कम लागत में अच्छी कमाई की जा सकती है।
बनकटिया पंचायत के लोहटी गाँव के किसान उपेंद्र कुमार पांडेय ने बताया कि वे गन्ना, मक्का, गेंहू, आलू, बैगन सहित कई तरह के सब्जियों की भी खेती करते है। उन्होंने बताया कि विभाग ने सेब की खेती के लिए 25 पौधे दिए थे। पौधों की देखभाल के बाद भी लगभग 10 पौधे सूख गए तथा 15 पौधे बचे है। इन पौधों की सुरक्षा आवारा या खुले घुमक्कड़ पशुओं से करनी पड़ती है। वैसे सेब के पौधे में अभी तक किसी तरह की बीमारी का खतरा नही देखा गया है।
कुइसा खुर्द पंचायत के किसान मुन्ना पड़ित ने बताया कि वे सेव के 25 पौधे लगाए थे। जिसमें लगभग 18 पौधे बचे हैं। बाकी पौधे सूख गए। वे गेहूं, धान , मक्का के अतिरिक्त पपीता, केला तथा कई तरह की सब्जियों की भी खेती भी करते हैं।वहीं मगहिया पंचायत के छितौना गांव निवासी प्रगतिशील किसान मिथिलेश सिंह ने बताया कि उन्होंने से के 25 पौधे लगाए थे। लेकिन कुल 10 पौधे ही बचे हैं। बाकी सूख गए ।बचे हुए पौधो में किसी तरह की कोई बीमारी नहीं है। उन्होंने बताया कि वे लगभग 50 एकड़ में धान,गेहूं, गन्ना ,केला सहित कई तरह की सब्जियों की खेती कर कम लागत में अच्छी कमाई कर लेते हैं।