Giridih: धनवार पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर भेजा जेल, नाबालिक लड़कियों के साथ दुष्कर्म करने मामले में हैं अभियुक्त



धनवार, गिरिडीह

धनवार थाना क्षेत्र के दो अलग-अलग गांवों में नाबालिग लड़की से दुष्कर्म व अपहरण के मामले का खुलासा करते हुए धनवार पुलिस ने शुक्रवार को तीन लोगों को गिरफ्तार कर गिरिडीह जेल भेज दिया.

जानकारी के अनुसार धनवार थाना क्षेत्र के करगली गांव में गुरुवार की सुबह करीब साढ़े पांच बजे मानसिक रूप से विक्षिप्त 16 वर्षीय नाबालिग किशोरी के भाई ने गाँव के ही 38 वर्षीय शशि सिंह के खिलाफ लड़की के भाई ने आवेदन देकर प्रत्थनिकी दर्ज कराया है। आवेदन में कहा गया है कि उसकी बहन पड़ोस की चाची को लेकर घर से करीब एक किलोमीटर दूर महुआ चुनने गई थी। चाची दूसरे पेड़ के पास से महुआ चुन रही थी और वो 100 मीटर दूर स्थित एक पेड़ के पास से महुआ चुन रही थी। 

मौके का फायदा उठाकर गांव के ही शशि सिंह पिता रामविलास सिंह ने उसके साथ दुष्कर्म किया, शोर मचाने पर महुआ बीन रही चाची सहित अन्य लोग बगल के पेड़ के पास पहुंच गए, जिसके बाद वह भाग गया. घर आकर बहन व चाची ने उक्त घटना की जानकारी अन्य लोगों को दी. इस संबंध में धनवार थाने में कांड संख्या 62/23 के तहत पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर आरोपी को जेल भेज दिया गया है. वहीं बोदगो पंचायत के एकागुरी गांव में 09 मार्च को बकरियां चरा रही 13 वर्षीय नाबालिग बच्ची के साथ गांव के ही मनीष कुमार यादव पिता दामोदर यादव ने दुष्कर्म करने का प्रयास किया. इस मामले में धनवार थाने में कांड संख्या 44/23 दर्ज किया गया था. आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया गया है।  
तीसरी घटना धनवार के ही करगली खुर्द गांव की है। जहां विगत 27 जनवरी को सरस्वती पूजा में भ्रमण कराने के बहाने गांव की युवती को अगवा करने के मामले में सिकंदर राय पिता भोला राय को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. इस संबंध में लड़की के पिता ने धनवार थाना कांड संख्या 38/23 के तहत अपहरण का मामला दर्ज कराया था. वहीं लड़के के भाई सुनील राय ने बताया कि मेरा भाई सिकंदर ओडिशा में रहकर ट्रक चलाता था. पिछले चार महीने से दोनों फोन पर बात कर रहे थे।

इसी बीच लड़की ने भाई सिकंदर को फोन कर अपने साथ चलने को कहा। बालिग होने के कारण दोनों ने अपनी मर्जी से शादी की है और साथ रहना चाहते हैं, वहीं धनवार थाना प्रभारी पीकू प्रसाद ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उपरोक्त सभी घटनाओं के आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में गिरिडीह जेल भेज दिया.