गोपालगंज, बिहार
रिपोर्ट : सत्य प्रकाश
गोपालगंज जिले के अनेक जगहों से कोरोना संक्रमित मरीज मिलने के बाद गोपालगंज का स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में आ गया है। कोरोना संक्रमण की आंशका को लेकर विभागीय तौर पर तैयारियों की समीक्षा के लिए कोरोना प्रबंधन द्वारा सदर अस्पताल समेत जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया है।
स्वास्थ्य विभाग कोरोना के खतरे को एक बड़ी चुनौती मान रहा है। मॉक ड्रिल के दौरान कोरोना प्रबंधन से जुड़ी सभी प्रकार की तैयारियों की समीक्षा की गयी है। जिले में क्षेत्रवार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों की उपलब्धता तथा कोविड मरीजों के लिए बिस्तरों की उपलब्धता की भी समीक्षा की गई है। जिले में ऑक्सीजन, आईसीयू तथा वेंटीलेटर बेड, मानव संसाधनों की उपलब्धता के साथ स्वास्थ्य कर्मियों का प्रशिक्षण भी सुनिश्चित किया गया है। खासकर इसमें वेंटीलेटर, पीएसए संयंत्रों का संचालन शामिल है। मॉक ड्रिल के दौरान रेफरल सेवाओं की भी समीक्षा की गई है।
वहीं पीएसए संयंत्रों की सक्रियता, ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर आदि की उपलब्धता भी सुनिश्चित की गई है। इसके अलावा लॉजिस्टिक से जुड़ी सुविधाओं की जांच की गई; जिसमें दवा, आइसोलेशन कीट एन-95 मास्क, पीपीई किट, सैनिटाइजर की जिले में पर्याप्त संख्या में उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। समीक्षा के दौरान गोपालगंज सदर अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र प्रसाद, ए.सी.एम.ओ. डॉ केके मिश्रा, डी.पी.एम. धीरज कुमार समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।
सभी व्यवस्था है उपलब्ध : डॉ वीरेंद्र प्रसाद
सीएस डॉ वीरेंद्र प्रसाद ने कहा कि कोरोना को देखते हुए राज्य स्तर से निर्देश जारी की गई है। उन्होंने बताया सदर अस्पताल में बेड पर ऑक्सीजन की व्यवस्था उपलब्ध है जिसमें ऑक्सीजन सप्लाई की व्यवस्था है। सभी बेड को ऑक्सीजन सप्लाई के साथ कनेक्ट किया गया है। जिला प्रशासन ने कोविड के जांच की संख्या भी बढ़ा दी है और अब लगातार बाहर से आने वाले लोगों और सेंसेटिव लोगों का कोविड टेस्ट किया जा रहा है।