पुलिस वर्दी का दुरुपयोग कर गुंडई करती है : छोटेलाल यादव (जिप उपाध्यक्ष)



 
बिरनी, गिरिडीह

▪️जरीडीह पहुंचकर जिप उपाध्यक्ष छोटेलाल यादव ने घटना की ली जानकारी 

बिरनी प्रखण्ड के जरीडीह में पुलिस व ग्रामीण झड़प मामले को लेकर घटना की जानकारी लेने पहुँचे जिप उपाध्यक्ष छोटेलाल यादव ने स्थानीय ग्रामीणों से जानकारी लिया। इस दौरान ग्रामीण विनोद पाण्डे आदि ने बताया कि दुर्गा मंडप से ठीक बगल में धनपत महतो के यहाँ शादी समारोह चल रहा था। महिलाएं पानी काट कर आ रही थी, उसी शादी में वह घृतधारी कराने पहुंचे थे। वे सभी मन्दिर प्रंगण में मुखिया के साथ बात कर रहे थे तभी पुलिस दल-बल के साथ मन्दिर प्रांगण आई और बिना कुछ कहे पूछे मुखिया पर लाठी चलाने लगी। इसके साथ ही पुलिस कुर्सी पर बैठे मुखिया को लात मारती है, जिससे वे वहीं गिर जाते हैं और कुर्सी टूट जाती है। आसपास बैठे सभी लोगों को पुलिस बेरहमी से मारती है तथा उन्हे भी मारा गया। जिसके बाद पुलिस वहां से चली जाती है। मुखिया खुद पुलिस को माहौल बिगड़ने की बात कहते हैं और उन्हें चले जाने को कहते हैं। जिसके बाद पुलिस दुबारा रात 10 बजे के करीब 100 की संख्या में वहां आती है और सभी घरों में छापेमारी कर बेकसूर लोगों को गिरफ्तार कर लेती है। मुखिया की गिरफ्तारी के लिए मुखिया की पत्नी रंजना सिंह के साथ भी पुलिस ने बदतमीजी करती है और उन्हें पैर से मारा जाता है। इसके साथ ही बाल पकड़ कर घसीटा जाता है और पुलिस द्वारा अलमीरा एवं बक्सा को तोड़ा कर कागजात, रुपये एवम कुछ जेवर को भी ले जाया जाता है।
इसके साथ ही अन्य स्थानीय ग्रामीणों ने अपनी आंखों देखा हाल बताया। मुखिया पत्नी रंजना सिंह सहित अन्य महिलाओं एवं लड़कियों ने घटना के बारे में पुलिस की बर्बरता को जिप उपाध्यक्ष छोटेलाल यादव को सुनाया । घटना की जानकारी लेने के बाद छोटेलाल यादव ने कहा कि इस घटना से यह प्रतीत होता है कि बगोदर विधानसभा का दूसरा अटका बन गया है। इसी प्रकार अटका में 6 माह पूर्व महिलाओं व बच्चों के साथ पुलिस के द्वारा मारपीट की गई थी। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। इससे यह प्रतीत होता है कि पुलिस के खिलाफ जो बोलेगा उसके साथ बर्बरता से मारपीट की जाएगी। पुलिस वर्दी का दुरुपयोग और गुंडई करती है तथा अवैध धंधे को बढ़ावा देती है व पैसे की अवैध वसूली करती है। नही देने पर मारपीट करती है। यदि रक्षक ही भक्षक बन जाये तो फिर आम जनता का क्या होगा, किस पर लोग विश्वास करेंगे। इस घटना से पूरे गिरिडीह जिला की जनता में आक्रोश है। इस घटना को जिला परिषद की बैठक में सवाल उठाकर वरीय पदाधिकारियों के द्वारा जांच कर दोषी पुलिस पर कार्रवाई करने मांग की जाएगी।