शिवरात्रि को लेकर हरिहरधाम मंदिर में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़


बगोदर, गिरिडीह
रिपोर्ट : अशोक कुमार (7717736741)

गिरिडीह के बगोदर प्रखंड मुख्यालय से लगभग दो किलोमीटर दूर उत्तरवाहिनी नदी तट पर अवस्थित हरिहरधाम मंदिर भारत में एक अनोखा शिवलिंग मंदिर है,जो पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। यहां झारखंड, बिहार, बंगाल और उत्तर प्रदेश से भी लोग पूजा अर्चना के लिए आते हैं।बताया जाता है कि बंगाल से आए अमरनाथ मुखोपाध्याय नाम का एक महाराज ने हरिहरधाम मंदिर निर्माण की नींव रखी थी और पूजा अर्चना शुरु किया गया था।यहां लगभग 35 वर्षों से पूजा अर्चना की जा रही है मंदिर की अगर विशेषता बतलाई जाए तो भारत का यह एक अनोखा मंदिर है, क्योंकि शिवलिंग आकार का यह मंदिर 65 फीट ऊंची है, और इस शिवलिंग आकार के अंदर भी एक छोटा शिवलिंग है। जिस पर सनातन धर्मानुयायियों के द्वारा पूजा अर्चना की जाती है। लोगों की बातें तो उत्तरवाहिनी नदी से जल उठा कर मंदिर में जलाभिषेक किया जाता है और उत्तरवाहिनी नदी का जल सर्वश्रेष्ठ माना जाता है।मंदिर प्रांगण में महाराज अमरनाथ मुखोपाध्याय की प्रतिभा भी लगाई गई है।यदि लोगों की बातें करें तो यह मंदिर वैवाहिक संस्करण के लिए खूब प्रचलित है क्योंकि यहां चट मंगनी पट विवाह किया जाता है। यहां जो विवाह विधि विधान पूर्वक सम्पन्न कराते हैं वह जोड़ियां काफी खुश रहते हैं। इसलिए शिव पार्वती विवाह के पूरा होने के बाद काफी संख्या में विवाह संपन्न की जाती है और मंदिर पर में काफी भीड़ रहती है।पिछले कई वर्षों से हरिहर धाम मंदिर परिसर में महाशिवरात्रि के मौके पर भजन कीर्तन का आयोजन किया जाता है। महाशिवरात्रि में शिव पार्वती विवाह का आयोजन किया जाता है। आज रात्रि में पूरे भव्य तरीके से शिव बारात का भी आयोजन किया जाता है।सारे कार्य हरिहर धाम मंदिर ट्रस्ट के द्वारा संचालित किया जाता है।मंदिर के पुजारी विजय पाठक कहते हैं कि इस वर्ष भी पूरे धूमधाम से विधि-विधान पूर्वक  शिवरात्रि पर सभी आयोजन किए जा रहे हैं, लोगों की काफी भीड़ होने की भी उम्मीद है।