भागलपुर, बिहार
रिपोर्ट : बालमुकुंद कुमार
भागलपुर भाजपा नेताओं व पत्रकार पर लाठीचार्ज और एफआईआर के विरोध में भाजपा विधायक इंजीनियर शैलेंद्र तीखे तेवर में नजर आए। उन्होंने इस पुलिसिया कार्यवाई को सरकार की गुंडागर्दी बताया। विधायक ने कहा कि ये सरकार संवेदनशील और गुंडों की सरकार है। इसका गुंडा पुलिस है। पुलिस के माध्यम से केस और लाठीचार्ज करवाया जा रहा है। शांतिपूर्ण अनशन कर अपनी मांग रखने वालों पर जबरन कार्रवाई की जाती है। इस गुंडों के द्वारा की गई कार्रवाई का हम लोग पुरजोर विरोध करेंगे।
वहीं नवगछिया में हुए हिंसा पर उन्होंने कहा कि नवगछिया कहीं से अलग नहीं है पूरे बिहार का यही हाल है। यह संवेदनहीन सरकार है, गुंडों का सरकार है, ये गुंडई कर उतर गया है, इसका गुंडा पुलिस है। पुलिस के माध्यम से भोली भाली कार्यकर्ता पर केस करवा रहा है और रोहित पांडे तो सिर्फ अनशन कर रहे थे। अपनी बात को बता रहे थे।
जिस प्रकार जनता की बात को रखने पर हमे मार्शल आउट किया गया। उसी प्रकार से रोहित पांडे जनता की बात को बता रहा था कि उपद्रवी द्वारा कैसे हमारे मंदिर को टारगेट किया गया। जब आप नही सुन रहे थे तो वो शांतिपूर्ण ढंग से बैठे हुए थे। ये सारे गुंडा लोग पुलिस ऑफिसर, नीतीश और तेजस्वी का गुंडा वही गुंडई किया है। पत्रकार पर हुए लाठी चार्ज पर उन्होंने कहा कि यहां तो सबने देख लिया लेकिन पटना में तेजस्वी यादव के निर्देश पर पत्रकारों का आशियाना उजाड़ कर उन्हें खदेड़ कर भगाया गया।
आपको बता दें मोहर्रम जुलूस के दौरान काली मंदिर को क्षतिग्रस्त करने के मामले में उपद्रवियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष रोहित पांडे अनशन पर बैठे थे। वहीं भागलपुर पुलिस प्रशासन द्वारा उन्हें जबरन अनशन से हटाकर गिरफ्तार किया गया था। उस दौरान पुलिस ने लाठियां भी चटकाई थी। वीडियो बना रहे पत्रकार को भी घेरकर पीटा गया था। मामले में 27 भाजपा कार्यकर्ता एवं 24 अज्ञात के ऊपर एफ आई आर भी दर्ज किया गया है।