Nalanda: ध्वजारोहण के साथ भक्ति में वातावरण में शुरू हो गया राजगीर मलमास मेला


नालंदा, बिहार
रिपोर्ट : दीपक विश्कर्मा 

ध्वजारोहण के साथ पूरे भक्ति में वातावरण में शुरू हो गया राजगीर का पौराणिक राजकीय मलमास मेला । सर्वप्रथम कुंड परिसर में परंपरागत तरीके से ध्वजारोहण की गई और मंत्रोच्चार के बीच देश के विभिन्न क्षेत्रों से आए साधु संतों ने पूजा अर्चना कर मलमास मेले की शुरुआत की। 

इस मौके पर ब्रह्मकुंड परिसर में गंगा आरती का आयोजन किया गया ।आरती के बाद स्नान का सिलसिला शुरू हो गया। हम आपको बता दें आज से शुरू होने वाले मलमास मेला 1 महीने तक चलेगा इस दौरान बिहार सरकार द्वारा श्रद्धालुओं इस सुविधा के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं।पौराणिक मान्यता है कि यह मास धार्मिक कार्य हेतु बहुत ही पवित्र होता है और हिन्दुओं के सभी देवी-देवता इस अधिमास में राजगीर में ही निवास व विचरण करते हैं। 

33 करोड़ देवी-देवताओं को प्रसन्न करने हेतु एवं वांछित फलों के प्राप्ति हेतु साधु-संत व तीर्थ यात्री पूरे मास यहां प्रवास करते हैं। मलमास मेला के दौरान राजगीर में अवस्थित 22 कुण्ड एवं 52 धाराओं में श्रद्धालुगण स्नान करते हैं। इस अवसर पर यहां प्राचीन काल से ही मेले को आयोजन किया जाता रहा है। श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं मिले और उन्हें किसी प्रकार की दिक्कत नहीं हो, इसे लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मलमास मेला क्षेत्र का दो बार निरीक्षण कर सभी संबंधित विभागों को विस्तृत दिशानिर्देश भी जारी किया है। 

निरीक्षण के क्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है, जब श्रद्धालु राजगीर मलमास मेला में आएं तो राजगीर व आसपास के पर्यटन स्थलों का भी भ्रमण करें। अगर हम सुरक्षा की बात करें तो राजगीर के चप्पे-चप्पे में पुलिस बल तैनात कर दिए गए हैं ।पूरे राजगीर को दुल्हन की तरह सजाया गया है। जगह-जगह देश के विभिन्न क्षेत्रों से पधारे श्रद्धालु और साधु संतों का जमावड़ा लग चुका है ।नालंदा के डीएम शशांक शुभंकर ने कहा है कि राजगीर मलमास मेले में जो भी मनोरंजन के लिए थिएटर या अन्य खेल तमाशे लगाए गए हैं वे मापदंड के अंदर ही अपना प्रदर्शन करेंगे। अन्यथा उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।