Bhagalpur: दहेज प्रताड़ना से घर से निकाली हुई एक अबला महिला दर-दर खा रही ठोकरें, न्याय की गुहार लगाने पहुंची सबौर थाने



भागलपुर, बिहार
रिपोर्ट : बालमुकुंद कुमार 

एक तरफ जहां बाल विवाह दहेज प्रथा को समाप्त करने के लिए कई योजनाओं को लेकर बिहार सरकार और केंद्र सरकार अरबों रुपए खर्च कर रही है। तो वहीं दूसरी ओर इसके नतीजे ढाक के तीन पात होते दिख रहे हैं। ताजा मामला सबौर थाना क्षेत्र का है। जहां सबौर के बड़ी हटिया की रहने वाली एक महिला जिसकी शादी 2 वर्ष पहले हो चुकी थी। आज उसका पति दहेज के लोग में उसे घर से बेदखल कर दिया है। 

महिला ने बताया कि उससे ₹300000 और मोटरसाइकिल की डिमांड कर दिया है और पति का कहना है कि जब तक यह पूरा नहीं होता है, तब तक मेरे घर नहीं चढ़ोगी। अब लाचार महिला काफी बेबस है और वह अपनी दुखड़ा बताने सबौर थाने पहुंच गई। लेकिन सबौर थाने में भी उसकी बातें नहीं सुनी जा रही है। 

अब सवाल यह उठता है कि आखिर इसकी बातें कौन सुनेगा, क्या दहेज से प्रताड़ित यह महिला इसी तरह दर-दर की ठोकरें खाती रहेगे। महिला ने बताया कि मेरा पति दिलखुश उर्फ बीरबल जो पेशे से नृत्य प्रशिक्षक है, वह किसी और लड़की के साथ रहता है और मुझे दहेज देने की बात करता है। कहता है जब तक दहेज नहीं दोगे तब तक इस घर में तुम्हारे लिए कोई जगह नहीं है। अब मैं क्या करूं, कहां जाऊं, कुछ समझ नहीं आ रहा।