Nalanda: बकरीद और लंगोट मेला के अवसर पर विधि व्यवस्था को लेकर जिलास्तरीय शांति समिति की बैठक का हुआ आयोजन



नालंदा, बिहार
रिपोर्ट : दीपक विश्वकर्मा

ईदुल-जोहा, बकरीद का त्यौहार 29 जून को मनाया जाएगा। परंपरा के अनुरूप 3 दिनों तक त्यौहार का आयोजन किया जाएगा। इसके साथ ही वार्षिक लंगोट मेला का आयोजन 3 जुलाई से 9 जुलाई की अवधि में किया जाएगा। त्योहार के अवसर पर विधि व्यवस्था सामान्य बनाए रखने के उद्देश्य से आज जिलाधिकारी शशांक शुभंकर की अध्यक्षता में जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक हरदेव भवन में आहूत की गई। बैठक में सभी सदस्यों से एक-एक कर फीडबैक एवं महत्वपूर्ण सुझाव प्राप्त किए गए।
     
ईदुल जोहा के अवसर पर कुर्बानी के अवशेष को सुरक्षित रूप से निष्पादित करने की व्यवस्था की जाएगी। इसके साथ ही साफ सफाई, सीसीटीवी कैमरा को कार्यरत रखने, सभी नमाज स्थलों के पास दंडाधिकारी एवं पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति आदि को लेकर सदस्यों द्वारा महत्वपूर्ण सुझाव दिए गए। लंगोट मेला के अवसर पर लंगोट अर्पण करने के लिए जुलूस नहीं निकाला जाएगा। विभिन्न संस्थाओं/ वर्गों के कुछ प्रतिनिधिगण छोटे-छोटे समूह में बाबा मनीराम अखाड़ा जाकर लंगोट अर्पण करेंगे। लंगोट मेला के अवसर पर सोगरा कॉलेज से शालू गंज मोड़ तक पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था की जाएगी। 

अखाड़ा वाले मार्ग की मरम्मती कराने का भी अनुरोध किया गया। इस संबंध में नगर आयुक्त द्वारा बताया गया कि नगर निगम के एबीडी क्षेत्र के अंदर की सड़कों के जीर्णोद्धार की प्रक्रिया की जा रही है। इसके लिए लगभग 80 करोड़ रुपये लागत की योजनाओं की निविदा निकाली जा चुकी है। लंगोट मेला के अवसर पर सोगरा कॉलेज से बाबा मनीराम अखाड़ा की तरफ बड़े वाहनों का प्रवेश निर्धारित समय के लिए प्रतिबंधित किया जाएगा।
    
सभी सदस्यों ने एकमत से अपने-अपने मुहल्ले में सक्रिय रहते हुए प्रशासन को हर संभव सहयोग का भरोसा दिलाया। जिलाधिकारी ने भी सभी सदस्यों एवं समाज के हर वर्ग के लोगों से शांति सद्भाव का वातावरण बनाए रखने के लिए अपना सक्रिय सहयोग देने की अपील की। सभी लोगों को अपने-अपने क्षेत्रों में सक्रिय रहते हुए किसी भी तरह के असामाजिक तत्वों की गतिविधियों पर पर नजर बनाए रखने को कहा गया।
         
बैठक में पुलिस अधीक्षक, नगर आयुक्त, सभी अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, जिला परिषद अध्यक्ष, पूर्व विधान पार्षद राजू यादव, ग्रामीण विकास मंत्री के प्रतिनिधि, सांसद के प्रतिनिधि, आईएमए बिहार शरीफ के अध्यक्ष डॉक्टर बी बी सिन्हा, विभिन्न राजनीतिक दलों के जिलाध्यक्ष सहित शांति समिति के अन्य सदस्यगण उपस्थित थे।